कंबोडिया में भारत की राजदूत देवयानी खोब्रागडे अपने नए रूप को लेकर चर्चाओं में हैं। दरअसल कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर देवयानी की तस्वीरें साझा की हैं। इन तस्वीरों में वे पारंपरिक परिधानों को पहने हुए ‘खमेर अप्सरा’ के रूप में दिख रही हैं। बता दें कि कंबोडिया में सबसे बड़ा पारंपरिक त्योहार ‘खमेर नव वर्ष’ मनाया जा रहा है। तीन से चार तक चलने वाले इस त्योहार के दौरान कंबोडिया में सार्वजनिक अवकाश होता है। इसे देखते हुए देवयानी खोब्रागडे ने ‘खमेर अप्सरा’ की वेशभूषा में लोगों को शुभकामनाएं दीं।
भारतीय दूतावास ने साझा की तस्वीरें
भारतीय राजदूत देवयानी खोब्रागडे ने कंबोडिया की खमेरी संस्कृति और परंपरा के प्रति गहरा प्रेम जताया है। कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास का कहना है कि इस परंपरा के प्रति सम्मान जताते हुए राजदूत ने खमेर अप्सरा का रूप धरा और लोगों को नए साल की शुभकामनाएं दीं। इसके साथ ही भारतीय दूतावास द्वारा एक्स पर कुछ तस्वीरें भी साझा की गई हैं, जिनमें देवयानी पारंपरिक परिधान पहने हुए नजर आ रही हैं।
खमेर नव वर्ष क्या है?
कंबोडिया में नए साल को खमेर नव वर्ष रूप में मनाया जाता है। तीन दिन तक चलने वाले इस उत्सव के लिए पहले से ही सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है। यह उत्सव पारंपरिक सौर नव वर्ष पर आधारित है और 13 अप्रैल या 14 अप्रैल को मनाया जाता है।
कौन हैं देवयानी खोब्रागडे?
देवयानी खोब्रागडे 1999 बैच की भारतीय विदेश सेवा अधिकारी हैं। अपने 24 साल के करियर में उन्होंने बर्लिन, इस्लामाबाद, रोम और न्यूयॉर्क में भारतीय मिशनों में काम किया है। वे भारतीय विदेश मंत्रालय की अलग अलग विंग में काम कर चुकी हैं।