देहारादून। अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी सरकार के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) का मुख्यमंत्री ना बन पाने का दर्द एक बार फिर छलक उठा। मिनिस्ट्रियल फेडरेशन के अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हरक सिंह ने बेबाक कहा कि अगर वो संयम रखते और रंग नहीं बदलते तो उनका भी प्रमोशन हो जाता।
नियुक्ति मंत्री पद पर हुई और आज तक मंत्री
हरक सिंह ने कहा कि वे पिछले 25 सालों से मंत्री हैं। कोई कर्मचारी किसी भी पद पर नियुक्त हुआ हो,इतने सालों में उसका भी प्रमोशन हो जाता है। केवल वही एक ऐसे मंत्री हैं जिनकी नियुक्ति मंत्री पद पर हुई और आज तक मंत्री बने हुए हैं।
रावत त्रिवेंद्र सरकार में भी कैबिनेट मंत्री
1991 में बीजेपी से उन्होंने अपना सफर शुरू किया था और फिर बसपा में शामिल हुए। बसपा के बाद वो फिर कांग्रेस में शामिल हो गए और 2016 तक कांग्रेस में रहे। कांग्रेस में रहते हुए 2002 में कैबिनेट मंत्री,2007 में नेता विपक्ष और 2012 में फिर कैबिनेट मंत्री बनाये गए। इसके बाद दोबारा बीजेपी में शामिल हुए। हरक सिंह रावत त्रिवेंद्र सरकार में भी कैबिनेट मंत्री हैं।
राहुल गांधी अब काफी समझदार
हरक सिंह रावत ने कहा कि राहुल गांधी अब काफी समझदार हो गए हैं। राहुल गांधी ने ज्योतिदिराज्य सिंधिया को सीएम नहीं बनाए जाने पर किये गए सवाल के जवाब में कहा कि संयम और सही समय राजनीति में काफी अहम होता है।