ईरान में हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या से सऊदी अरब भी भड़क उठा है। उसके नेतृत्व वाले इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) ने इस जघन्य हमले के लिए इस्राइल को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराते हुए शांति सुरक्षा के लिए सुरक्षा परिषद से तत्काल प्रभावी दखल का अनुरोध किया है। जेद्दा में बैठक के बाद ओआईसी ने इस्राइली कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन बताया।
आमतौर पर ईरान के साथ सऊदी अरब के रिश्ते बहुत अच्छे नहीं रहे हैं और वह पिछले कुछ वर्षों में इस्राइल का करीबी हो रहा था लेकिन हनिये की हत्या ने सऊदी अरब की एक बार फिर इस्राइल से दूरी बना दी है। जेद्दा में हुई बैठक के दौरान ओआईसी ने हनिये की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर का घोर उल्लंघन और ईरान की संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन करार दिया। ओआईसी ने कहा, तेहरान में पूर्व फलस्तीनी प्रधानमंत्री इस्माइल हनिये की हत्या के लिए वह इस्राइल को पूरी तरह जिम्मेदार मानता है। संगठन ने चेतावनी दी कि इस्राइली क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को कमजोर करते हैं। उसने इस्राइल द्वारा लगातार किए जा रहे युद्ध अपराध, आक्रामकता और नरसंहार की निंदा की।
क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका
बैठक में गाम्बिया के विदेश मंत्री मामदौ तंगारा ने कहा,हानिया की हत्या और गाजा में युद्ध क्षेत्रीय संघर्ष का कारण बन सकता है। उन्होंने ऐसे जघन्य कृत्यों को सिर्फ तनाव बढ़ाने वाला बताया, जिसमें पूरा क्षेत्र शामिल होगा और इसका व्यापक प्रभाव होगा।
इस्राइल का गाजा में हवाई हमला, 40 फलस्तीनियों की मौत
इस्राइली सेना ने बृहस्पतिवार को गाजा पट्टी में कई हवाई हमले किए, जिसमें 40 लोगों की मौत हो गई। इस्राइली हवाई हमलों ने मध्य गाजा के अल-बुरीज शिविर में घरों के एक समूह को निशाना बनाया, जिसमें 15 लोग और पास के अल-नुसेरत शिविर में चार लोग मारे गए।