Breaking News

‘पांच करोड़ दो या बाबा सिद्दीकी जैसा हश्र भुगतो…’, पुलिस को सलमान के लिए मिला धमकी भरा संदेश

मुंबई ट्रैफिक पुलिस को सलमान खान (Salman Khan) के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) की ओर से धमकी मिली है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेजा है। इसमें सलमान खान से पांच करोड़ रुपये की मांग की गई है। मैसेज भेजने वाले ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हवाले से कहा है कि अगर सलमान खान जिंदा रहना चाहते हैं और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से दुश्मनी खत्म करना चाहते हैं तो उन्हें पांच करोड़ रुपये देने होंगे। इसे हल्के में लेने की गलती न करें। मैसेज में कहा गया कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो उनका हाल बाबा सिद्दीकी से बुरा होगा। मुंबई पुलिस ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

'पांच करोड़ दो या बाबा सिद्दीकी जैसा हश्र भुगतो...', पुलिस को सलमान के लिए मिला धमकी भरा संदेश

पहले भी लॉरेंस बिश्नोई से मिल चुकी है सलमान को धमकी

अप्रैल महीने से ही सलमान लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रडार पर हैं। इस मामले को लेकर अभिनेता 4 जून को मुंबई पुलिस के सामने एक बयान भी दर्ज करा चुके हैं। इस बयान के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई ने अपने गिरोह के सदस्यों की मदद से उनके घर के बाहर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया।

अभिनेता के मुताबिक वे उन्हें और उनके मेरे परिवार के लोगों को मारने की योजना बना रहे थे। मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने चार्जशीट में दावा किया था कि चलॉरेंस ने सलमान को मारने के लिए छह लोगों को 20 लाख रुपये दिए थे। गैंग ने अभिनेता सलमान खान को मारने के लिए 25 लाख रुपये की सुपारी ली थी।

Please watch this video also 

बाबा सिद्दीकी की हत्या में सामने आया था कि गैंग का हाथ

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और अजित पवार वाली एनसीपी के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्तूबर की रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस वारदात में पुलिस के अनुसार तीन शूटरों ने उनकी हत्या की थी। इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी। मुंबई पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामले में अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

About News Desk (P)

Check Also

लखनऊ में छावनी स्थित लेफ्टिनेंट पुनीत दत्त सभागार में धूमधाम से मनाया गया एनसीसी का स्थापना दिवस

• एनसीसी की स्थापना वर्ष 1948 में “एकता और अनुशासन” के आदर्श वाक्य के साथ ...