यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अपने दूरदर्शी संस्थापक श्री सेठ सीताराम पोद्दार की जयंती मनाई गई, जिसमें उन्होंने सामुदायिक कल्याण और संवहनीयता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इस अवसर पर, बैंक ने केंद्रीय कार्यालय में अपना निःशुल्क भोजन कार्यक्रम आरंभ किया। इस पहल का उद्घाटन प्रबंध निदेशक एवं सीईओ ए. मणिमेखलै द्वारा सभी कार्यपालक निदेशकों, वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में किया गया, जो समुदाय की सेवा और उत्थान के लिए बैंक के समर्पण का प्रतीक है।
कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय के जरूरतमंद व्यक्तियों को ताज़ा भोजन और फल उपलब्ध कराना है, जो बैंक के सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व के मूल्यों को दर्शाता है। इस अवसर पर, बैंक की प्रबंध निदेशक एवं सीईओ ए. मणिमेखलै ने बताया, “यूनियन बैंक में हम मानते हैं कि समुदाय को वापस देना न केवल एक जिम्मेदारी है, बल्कि एक विशेषाधिकार है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से हम उन लोगों तक पहुंचने का प्रयास करते हैं जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है और एक संवहनीय भविष्य के लिए सार्थक योगदान देते हैं।” यह पहल यूनियन बैंक के उन समुदायों के पोषण और उत्थान के प्रति समर्पण को रेखांकित करती है, जिनकी वह सेवा करता है, और यह सुनिश्चित करता है कि प्रगति और संवहनीयता की ओर अपनी यात्रा में कोई भी पीछे न छूटे।
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