लखनऊ। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन द्वारा इस वर्ष 2024 ‘विश्व एड्स दिवस‘ की थीम ‘सही रास्ता अपनाओं, मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार’ (Take the rights path: My health, my right) के अन्तर्गत मनाया जा रहा है। इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन में आज अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा संजय तिवारी की अध्यक्षता में ऐशबाग स्थित रेलवे पॉली क्लीनिक में ’एड्स जागरूकता’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
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जागरूकता कार्यक्रम के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा संजय तिवारी ने एड्स से संबंधित भ्रातिंयों के बारे में बताया कि ’एड्स’ रोग का कोई इलाज नही है, जानकारी ही इसका बचाव है। जब किसी को ‘एड्स’ होता है तो उसमें यह शुरूआती इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों के लक्षण दिखाई देने लगते हैं. इन लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, चकत्ते और गले में खराश जैसी समस्याएं होने लगती है।
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व्यक्ति के ‘इम्यून’ सिस्टम के कमजोर होने की वजह से आपको सूजे हुए लिम्फ नोड्स, बिना कारण वजन घटना, बुखार, दस्त और खांसी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। एड्स की सही जानकारी से व्यक्ति की जान बच सकती है। हाथ मिलाने से, गले लगने से, साथ में कार्य करने से, साथ में खेलने एवं खाना खाने, शौचालय के उपयोग से, मच्छर के काटने से एचआईवी नहीं फैलता है।
‘एड्स रोग’ प्रभावित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध से, दूषित खून चढाने से व दूषित सिरिंजो के उपयोग से होता है। यौन रोग होने पर किसी प्रशिक्षित चिकित्सक से शीघ्र इलाज करायें वर्ना एचआईवी इंफेक्शन से खतरा बढ़ जाता है। संयमित आचार, विचार, आहार, विहार एवं व्यवहार भी अपनाने से एचआईवी से भी बचा जा सकता है। इस अवसर पर रेलवे चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी तथा कर्मचारी व उनके परिजन उपस्थित थे।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी