• देशभर के यूनानी दवा निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधि और यूनानी डाक्टरों ने लिया हिस्सा
लखनऊ। यूनानी इलाज को बढ़ावा देने और अधिकतर बीमारियों में यूनानी दवाइयां के इस्तेमाल को लेकर लखनऊ में तीन दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में देशभर से आए यूनानी दवा निर्माता कंपनियां के प्रतिनिधि और यूनानी डॉक्टर हिस्सा लिया।
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लखनऊ के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस सेमिनार में विभिन्न कंपनियों द्वारा स्टॉल भी लगाए गए। दिन में यूनानी दावों का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। आज के सेमीनार में मौलाना कल्बे जवाद नक़वी और मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने भी हिस्सा लिया और यहां यूनानी डॉक्टर के साथ चर्चा की।
इस मौके पर मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि यूनानी डॉक्टर ही देश के गांव-गांव में यहां तक की छोटे-छोटे इलाकों में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जहां एलोपैथिक डॉक्टर नहीं पहुंच सकते उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि यूनानी डॉक्टर को बढ़ावा देना चाहिए और उन्हें बेहतर सुविधा के साथ एलोपैथ में भी प्रैक्टिस की कानूनी मान्यता प्रदान करनी चाहिए।
वही मौलाना कल्बे जव्वाद नक़वी ने कहा कि यूनानी दवाइयां आयुर्वेद की तरह ही कारगर है और इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता जबकि एलोपैथ में साइड इफेक्ट की संभावनाएं बहुत होती हैं। उन्होंने कहा कि कुदरत द्वारा प्रदान जड़ी बूटियां से यूनानी दवाएं बनाई जाती हैं, जिससे बीमारियों का जड़ से इलाज होता है। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि वह यूनानी दावों का भी अपने मर्ज में इस्तेमाल करें। कन्वेंशन सेंटर में लगी एग्जिबिशन में डॉक्टर सलमान यानी फेमिना नर्सिंग होम का भी स्टाल लगा हुआ है जहां 55 कंपनियों ने भागीदारी ली है।