मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में आयोजित यह कैनुलेशन थैरेपी पर हैंड्स ऑन ट्रेनिंग वर्कशॉप हैल्थ केयर प्रोफेशनल्स के लिए वरदान साबित होगी। इस तरह की वर्कशॉप समय की दरकार है। देश के हॉस्पिटल्स में प्रायः यह देखा और सुना जाता है, नर्सिंग स्टाफ को कैनुला इंजेक्ट करते समय तमाम दुश्वारियां होती है, लेकिन इस वर्कशॉप के बाद नर्सिंग स्टाफ प्रथम प्रयास में ही कैनुलेशन में सफल होंगे।
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वेन विजुलाइजेशन सिस्टम की मदद से तो नसों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जिससे कैनुलेशन और आसान होगा। यह मानना है, टीएमयू हॉस्पिटल के डायरेक्टर अजय गर्ग का। गर्ग तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के टीएमयू हॉस्पिटल में यूनिवर्सिटी के दीगर कॉलेजों के सहयोग से कैनुलेशन थैरेपी पर हुई वर्कशॉप के शंखनाद मौके पर बतौर ऑर्गेनाइजर चेयर बोल रहे थे। इससे पूर्व श्री गर्ग ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके वर्कशॉप का शुभारम्भ किया।
इस मौके पर नर्सिंग कॉलेज की डीन प्रो एसपी सुभाषिनी, प्राचार्या प्रो श्योली सेन, प्राचार्या डॉ एम जसलीन, पैरामेडिकल के प्राचार्य प्रो नवनीत कुमार, को-ऑर्गेनाइजर चेयर प्रो रामनिवास, प्रो जितेन्द्र सिंह, ज्वाइंट डायरेक्टर फाइनेंस एंड अकाउंट अमित गुप्ता, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर डॉ स्वप्निल दीक्षित, मुख्य प्रबंधक अनिल गुप्ता, वैभव जैन आदि की गरिमामयी मौजूदगी रही। इससे पूर्व मंचासीन अतिथियों को प्लांट्स देकर स्वागत किया गया।
टीएमयू हॉस्पिटल के एनएबीएच के क्वालिटी मैनेजर शालीन कुमार और पॉलीमेडीक्योर के क्लिनिकल स्पेशलिस्ट/नर्सिंग एजुकेटर सुमित सिंह वर्कशॉप में ट्रेनिंग देंगे। संचालन यश गोयल एवम् मिस दिव्यांशी सक्सेना ने किया।
वर्कशॉप में पॉलीमेडीक्योर के क्लिनिकल स्पेशलिस्ट/नर्सिंग एजुकेटर सुमित सिंह ने पीपीटी के जरिए कैनुलेशन थैरेपी में आनी वाली चुनौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा की। कैनुलेशन थैरेपी के दौरान हैंड हाइजीन के महत्व और अनिवार्यता पर भी प्रकाश डाला। श्री सिंह ने कैनुलेशन थैरेपी के उद्देश्य, कैनुलेशन के समय आवश्यक उपकरणों, कैनुला के साइज का सेलेक्शन, कैनुला लगाने की जगह का निर्धारण, तकनीक को लेकर भी प्रतिभागियों को गहनता से बताया।
उन्होंने कैनुलेशन के बाद केमिकल, मैकेनिकल और इन्फेक्टिव फेलेबिलाइटिस से बचाव और प्रंबंधन के बारे में बताया। वर्कशॉप में हॉस्पिटल स्टाफ और नर्सिंग कॉलेज के स्टुडेंट्स ने वर्कशॉप का लाभ उठाया। यह वर्कशॉप यूपी नर्सिंग काउंसिल की ओर से प्रमाणित है। इस दो दिनों वर्कशॉप में प्रतिभागियों को 04 क्रेडिट भी दिए जाएंगे।