नई दिल्ली (लाल बिहारी लाल)। बिहार (Bihar) के आरा (Ara) में नागरिक प्रचारिणी सभा भवन में ‘भोजपुरी शोध एवं विकास ट्रस्ट’ (Bhojpuri Research and Development Trust) द्वारा ‘पूरबी के पुरोधा’ (Purbi Ke Pioneer) महेंदर मिसिर जयंती समारोह (Mahendra Misir Jayanti Celebration) का शुभारम्भ महेन्द्र मिश्र के सुपौत्र राम नाथ मिश्र के साथ पद्मश्री भीम सिंह भावेश (Padma Shri Bhim Singh Bhavesh), प्रो डॉ अयोध्या प्रसाद उपाध्याय, प्रो डॉ नथुनी पाण्डेय, पत्रकार नरेन्द्र सिंह, प्रो डॉ पृथ्वीराज सिंह, डॉ प्रभा सिन्हा, प्रो डॉ दिवाकर पाण्डेय, पवन बाबू, प्रो डॉ राम नारायण तिवारी, भरत सिंह सहयोगी, कवि जन्मेजय ओझा ‘मंज़र’ और कार्यक्रम के संयोजक कृष्णेंदु ने दीप प्रज्वलित कर के किया।संस्था के सचिव पवन बाबू ने स्वागत गीत गा कर किया। हिन्दी और भोजपुरी भाषा के प्रकाण्ड विद्वान कथाकार कृष्ण कुमार ने इस अवसर के लिए स्वरचित सोहर “पूरबी के जनक हवन हो” को अपनी पुत्री के साथ प्रस्तुत किया।
भोजपुरी भाषा के स्वाभाविक कवि जन्मेजय ओझा ‘मंज़र’ ने अपने कविता पाठ से अतिथियों का स्वागत किया। आरा में पहली बार पुरबिया योद्धा महेंदर मिसिर के जयंती समारोह का दो दिवसीय आयोजन 16 एवं 17 मार्च को समपन्न हुआ।