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लखनऊ ऑर्बिटल रेलवे कॉरिडोर: सर्वे की मिली स्वीकृति, रेल परिचालन को मिलेगी नई दिशा, संचालन प्रक्रिया होगी सुदृढ़

लखनऊ (दया शंकर चौधरी)। रेल संचालन की प्रक्रिया को सुदृढ़ करते हुए तथा रेल परिचालन को एक नई दिशा प्रदान करने के उद्देश्य से उत्तर रेलवे, लखनऊ मण्डल (Northern Railway, Lucknow Division) द्वारा लखनऊ ऑर्बिटल रलवे कॉरिडोर (Lucknow Orbital Railway Corridor) का निर्माण किया जाएगा I मण्डल रेल प्रबंधक, एसएम शर्मा (DRM SM Sharma) के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक (Senior Divisional Operations Manager), रजनीश श्रीवास्तव (Rajneesh Srivastava) के नेतृत्व में क्रियान्वित की जाने वाली इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना के प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य लखनऊ क्षेत्र में रेल यातायात की भीड़-भाड़ को कम करना और सुचारू संचालन सुनिश्चित करना है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने बताया कि कुल 170 किमी के दोहरीकृत रेलमार्ग के इस ऑर्बिटल रेल कॉरीडोर का निर्माण कार्य लखनऊ-कानपुर सेक्शन, लखनऊ- शाहजहांपुर –मुरादाबाद सेक्शन, ऐशबाग़- डालीगंज –सीतापुर सिटी, लखनऊ- बाराबंकी-गोंडा सेक्शन, लखनऊ- बाराबंकी-अयोध्या सेक्शन, लखनऊ-सुल्तानपुर –वाराणसी सेक्शन एवं लखनऊ-रायबरेली-वाराणसी सेक्शन की रेल परिसीमाओं के अंतर्गत किया जाएगा। ऑर्बिटल रेलवे कॉरिडोर परियोजना को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के सर्वेक्षण की स्वीकृति प्राप्त हो गई है, सर्वे के उपरांत योजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। इसके पश्चात भविष्य में इस परियोजना को कार्यान्वित किया जाएगा I

परियोजना की आवश्यकता एवं महत्व: लखनऊ परिक्षेत्र में वर्तमान में सात मुख्य रेल मार्ग हैं, जिनके माध्यम से सभी यात्री एवं मालगाड़ी ट्रेनें संचालित होती हैं। इन मार्गों पर भारी भीड़-भाड़ के कारण रेल यातायात बाधित हो रहा है। यह क्षेत्र उत्तर रेलवे, उत्तर-पूर्व रेलवे, और पूर्व-मध्य रेलवे के लिए प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है, जिससे यहाँ रेल यातायात का दबाव अत्यधिक बढ़ जाता है। बताते चलें कि वर्तमान में, लखनऊ के अयोध्या, वाराणसी, कानपुर, मुरादाबाद, सीतापुर, रायबरेली, और सुल्तानपुर की ओर जाने वाले मार्गों पर अत्यधिक ट्रेनों का संचालन होता है। लखनऊ/ऐशबाग स्टेशनों पर लगभग 90% मालगाड़ियाँ और 70-80% यात्री गाड़ियाँ गुजरती हैं।

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इस परियोजना के अंतर्गत लखनऊ के चारों ओर एक 170 किमी लंबा रेलवे कॉरिडोर बनाया जाएगा। सभी सात प्रमुख मार्गों को इस ऑर्बिटल कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। यह कॉरिडोर “Y” कनेक्शन के माध्यम से जुड़ा होगा और रेल-ऑन-रेल पुलों (ROR) के जरिए प्रमुख मार्गों के ऊपर से गुजरेगा। एक नया “ग्रीनफील्ड मेगा पैसेंजर टर्मिनल” विकसित किया जाएगा, जिसमें 30 से अधिक लाइनें और 20 प्लेटफार्म होंगे। एक मेगा रेल लॉजिस्टिक्स पार्क का निर्माण आगरा एक्सप्रेसवे के निकट किया जाएगा। इस परियोजना के तहत मालगाड़ियों का संचालन सुगम होगा, जिससे व्यापार एवं औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। रेलगाड़ियों के परिचालन में विलंब को कम करके प्रतिगाड़ी लगभग 1 घंटे का समय बचाया जाएगा।

सर्वे पूर्ण होने व परियोजना स्वीकृत होने के बाद यह परियोजना लखनऊ के यात्री एवं माल परिवहन के लिए एक नया युग स्थापित करेगी तथा रेलवे परिचालन को और अधिक कुशल एवं सुविधाजनक बनाएगी।

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