देश में निपाह वायरस के एक मामले की पुष्टि हुई है, लेकिन सरकार ने कहा है कि सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं तथा लोगों को घबराने की जरुरत नहीं है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने यहां विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद इस संबंध में पूछे जाने पर कहा, केरल में निपाह वायरस के एक मामले की पुष्टि हुई है। मरीज के संपर्क में आए 86 लोगों की पहचान की गई है। उन सबकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने वन विभाग से चमगादरों को पकड़ कर उनकी भी जांच किए जाने को कहा है।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। केके शैलजा ने बताया कि दो लोगों में निपाह वायरस से संक्रमित होने के लक्षण दिखाई दिए हैं। उनमें से एक को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। हालात गंभीर नहीं हैं। फिर भी उसे बुखार और गले में खरास होने के कारण भर्ती कर लिया गया है। भर्ती छात्र के संपर्क में आए 86 लोगों की सूची बनाई गई है। उन्हें स्वास्थ्य जांच के बाद डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग हर स्थिति से निपटने को तैयार है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह वायरस चमगादड़ से फैलता है। इन्हें फ्रूट बैट कहते हैं। चमगादड़ किसी फल को खा लेते हैं और उसी फल या सब्जी को कोई इंसान या जानवर खाता है तो संक्रमित हो जाता है। निपाह वायरस इंसानों के अलावा जानवरों को भी प्रभावित करता है। इसकी शुरुआत तेज सिरदर्द और बुखार से होती है। इससे संक्रमित व्यक्ति की मृत्युदर 74.5% होती है।