आमतौर पर माना जाता है कि नेता अपनी स्वास्थ्य के लिए बेहद फिक्रमंद होते हैं। वक़्त निकालकर स्वास्थ्य दुरुस्त रखने के ढंग वह अवश्य अपनाते हैं, किन्तु अंतर्राष्ट्रीययोग दिवस पर खुद को फिट रखने वाले नेता भी फेल होते दिखाई दिए। बिहार सरकार के अधिकांश मंत्री योगाभ्यास में नाकाम हो गए। योग व स्वास्थ्य को लेकर बड़े-बड़े दावे व वादे करने वाले नेताओं की पोल शुक्रवार को पटना में खुल गई।एक ओर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी रांची में योग एक्सरसाइज कर रहे थे। वहीं, दूसरी ओर बिहार सरकार के कई मंत्री पटना के पाटलीपुत्र खेल परिसर में योगाभ्यास करते दिखाई दिए।यह पहला मौका था जब योगाभ्यास में बीजेपी कोटे के मंत्रियों के साथ ही जेडीयू कोटे के मंत्री भी शामिल हुए। आम जनता ने भी वीआईपी लोगों के साथ योग किया। इस योगाभ्यास में कई मंत्री नाकाम हो गए। डिप्टी मुख्यमंत्री सुशील मोदी व प्रेम कुमार अधिकांश योगासन करने में पास नहीं हो सके। विशेष तौर पर मंत्री प्रेम कुमार को योग करने में बहुत ज्यादा परेशानी हुई।
वहीं, कई मंत्री अपने बढ़े हुए पेट की वजह से योग नहीं कर पाए। कुछ मंत्रियों ने योगाभ्यास में नाकाम होने के बाद बैठे-बैठे पैर हिलाना ही बेहतर समझा। पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि योग करने में पूरी तरह नाकाम रहे। वही हाल मंत्री महेश्वर हजारी का भी दिखाई दिया। मंत्रियों का हाल ये था कोई भी पोजिशन वो ठीक तरीका से नहीं ले सके। किन्तु शवासन ही ऐसा योगाभ्यास था, जिसमें सभी मंत्रियों ने बाजी मार ली।