शिवसेना के मुखपत्र सामना में बीजेपी की ओर से आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की संसद में उपाध्यक्ष पद दिए जाने को लेकर बीजेपी को नसीहत दी है। शिवसेना ने सामना में लिखा कि, ‘संसद में बहुमत है व शिवसेना साथ है तो फिर दूसरों की मान-मनौव्वल क्यों कि जानी चाहिए? बताया जा रहा है कि आंध्र के जगन पार्टी को लोकसभा उपाध्यक्ष पद की पेशकश की गई थी, किन्तु जगन ने बीजेपी के सामने कुछ शर्तें रखीं।बताया गया कि नियम और शर्तों को पूरा करने के बाद ही वे लोकसभा का उपाध्यक्ष पद स्वीकार करेंगे। शिवसेना ने अपनी सहयोगी से सवाल पुछा है कि, ‘जगन के पीछे पड़ने की इतनी क्या जरूरत ? एनडीए में से ही किसी एकाध ओम बिरला को उपाध्यक्ष पद के लिए ढूंढ़ा जाना चाहिए व भी अन्य मसले हैं, उन्हें बाद में देखेंगे। आंध्र मुख्यमंत्री ने बोला ही है कि, ‘सब कुछ निश्चयानुसार होगा’
शिवसेना ने बीजेपी (भाजपा) को नसीहत देने के साथ ही कांग्रेस पार्टी व एनसीपी पर भी हमला कहा है, पार्टी ने आगे लिखा है कि, ‘विरोधियों की फालतू टीका-टिप्पणी की परवाह न करते हुए कार्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। दिल्ली में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी भी वही कर रहे हैं। विरोधियों का सयानापन गायब हो गया है। लोकसभा चुनाव में गठबंधन की जीत के बाद वे बिखर गए हैं। ‘