बिहार की राजधानी पटना के देशरत्न मार्ग का पांच नंबर बंगला प्रारम्भ से विवादों में रहा है। दरअसल राजद नेता तेजस्वी यादव जब बिहार सरकार में मंत्री थे, तब उन्होंने इस पर बहुत पैसा खर्च किया था। बाद में सुशील मोदी जब यहां शिफ्ट हुए तो उन्होंने तेजस्वी पर बंगला की सजावट पर सरकारी पैसों का प्रयोग करने का आरोप लगाया।
हालांकि भवन निर्माण विभाग ने यह साफ़ कर दिया है कि, बंगले की सजावट में किसी भी नियम कानून का उल्लंघन नहीं किया गया है। भवन निर्माण विभाग से क्लिन चीट मिलने के बाद जहां राजद व कांग्रेस पार्टी प्रदेश सरकार पर हमलावर है वहीं दूसरी ओर बीजेपी (भाजपा) ने तेजस्वी यादव पर जनता के पैसों का पर्सनल प्रयोग करने का आरोप लगाया है।
दरअसल तेजस्वी यादव के पुराने बंगले ने उस समय एक बार फिर टकराव का रूप अख्तियार कर लिया, जब शुक्रवार को भवन निर्माण विभाग के सचिव चंचल कुमार ने बोला कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी के सरकारी आवास पर निर्धारित नियम के तहत ही पैसे खर्च किए गए हैं व कोई गड़बड़ी नहीं की गई है। किन्तु सुशील मोदी इस बात को मानने के लिए राजी नहीं दिखे। उन्होंने फिर बोला है कि, तेजस्वी यादव ने सरकारी पैसे से सिर्फ कमरे में ही नहीं बल्कि शौचालय तक में 44 एसी लगाए व 35 महंगे लेदर सोफा, विदेशी ग्रेनाइट, मार्बल, 108 पंखे, 464 महंगी फैंसी एलइडी लाइट, कीमती पर्दे लगाए व ये सब सरकारी पैसों द्वारा किया गया।