– प्रयास करें कि कार की स्पीड 60-80 किमी/घंटा के बीच ही रहे। उसका आरपीएम दो से ढाई या दो के नीचे रहे। ऐसा करने से कार कम ऑयल पिएगी।
– आवश्यकता न होने पर कार को एक्सीलरेट या डिएक्सीलरेट करने से बचें। आपका ज्यादा एक्सलरेशन देंगे तो जाहिर सी बात है कार भी ज्यादा ऑयल पिएगी व इससे आपकी कार के क्लच प्लेट को भी नुकसान पहुंचेगा।
– कार का गियर चेंज करते वक्त खास ध्यान रखें। गलत ढंग से गियर बिलकुल न बदलें। नहीं तो फ्यूल की खपत बढ़ सकती है। आप जितना स्मूथली गियर चेंज करेंगे, उतना गियर बॉक्स पर कम लोड़ पड़ेगा।
– बहुत से लोगों की कार के कल्च पर पैर रखकर चलाने की आदत होती है, लेकिन हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे क्लच पेडल हमेशा दबा रहता है व ये धीरे-धीरे आपकी क्लच प्लेट को नुकसान पहुंचाता रहता है। साथ ही ईंधन की खपत बढ़ाता है।
– बिना बात कार का एसी न चलाएं। एसी का उपयोग न करने से 20% परसेंट तक फ्यूल बचाया जा सकता है। मौसम अच्छा हो या फिर अंदर से कार ठंड़ी हो तो एसी को उपयोग न करें।
– फ्यूल कंसप्शन कम करना चाहते हैं तो कार में बेकार का वजन न बढ़ाएं। अलावा वजन फ्यूल की खपत को बढ़ा देता है।
– टायर कार का अहम भाग है व माइलेज बेहतर चाहते हैं तो इसका विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। टायरों का प्रेशर वक्त-वक्त पर चेक कराते रहना चाहिए। टायर प्रेशर कम रहने से कार पर दबाव पड़ता है, जिससे ईंधन की खपत बढ़ती है।
– हमेशा कार कंपनी द्वारा सुझाए गए इंजन तेल व लुब्रिकेंट्स का ही प्रयोग करें।