इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश मई, 2024 में मासिक आधार पर 83 फीसदी की जोरदार बढ़त के साथ 34,697 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। थीमैटिक फंडों के योगदान और निवेशकों को खरीदारी का अवसर मिलने से यह बड़ा उछाल आया है। इक्विटी फंड में लगातार 39वें महीने शुद्ध निवेश देखने को मिला है। अप्रैल में यह निवेश 18,917 करोड़ रुपये था।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में निवेश लगातार बढ़ रहा है। मई में एसआईपी के जरिये निवेश भी 2.61 फीसदी बढ़कर 20,904 करोड़ पहुंच गया। अप्रैल में 20,371 करोड़ रुपये का एसआईपी निवेश हुआ था। एसआईपी के जरिये निवेश लगातार दूसरे महीने 20,000 करोड़ रुपये से अधिक रहा।
आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी और डेट योजनाओं में निवेश से म्यूचुअल फंड उद्योग में पिछले महीने कुल मिलाकर 1.1 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह आया है। अप्रैल में यह 2.4 लाख करोड़ रुपये था। इसके साथ ही, उद्योग की प्रबंधन के तहत शुद्ध संपत्तियां (एयूएम) बढ़कर मई अंत में 58.91 लाख करोड़ पहुंच गईं। अप्रैल में एयूएम 57.26 लाख करोड़ रुपये था।
1964 के बाद म्यूचुअल फंड की सबसे तेज वृद्धि
म्यूचुअल फंड उद्योग अपनी संपत्ति में एक साल से भी कम समय में 10 लाख करोड़ जोड़ने के करीब है। यह म्यूचुअल फंड संपत्ति में अब तक की सबसे तेज वृद्धि है। 1964 में अपनी स्थापना के बाद से उद्योग को पहली 10 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति बनाने में पांच दशक का समय लगा था, जबकि इसने छह महीने से भी कम समय में अंतिम 9 लाख करोड़ की संपत्ति जोड़ दी है।
स्मॉल-मिडकैप पसंद
उच्च मूल्यांकन की चिंताओं के बावजूद मई में स्मॉलकैप में निवेश 23.4 फीसदी बढ़कर 2,725 करोड़ रुपये पहुंच गया। मिडकैप फंड में निवेश 45.3 फीसदी बढ़कर 2,606 करोड़ पहुंच गया।
थीमैटिक फंडों ने जुटाए रिकॉर्ड 19,213 करोड़
फोकस्ड और इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) को छोड़कर अन्य सभी श्रेणियों में शुद्ध निवेश में तेजी दर्ज की गई। सेक्टर/थीमैटिक फंडों ने मई रिकॉर्ड 19,213 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आकर्षित किया। इसकी मुख्य वजह एचडीएफसी मैन्युफैक्चरिंग फंड की नई फंड पेशकश (एनएफओ) रही, जिसने करीब 9,563 करोड़ रुपये जुटाए।
एनडीए सरकार बनने की उम्मीद में बढ़ी खरीदारी
बीच-बीच में होने वाले सुधारों ने निवेशकों को बाजार में कुछ खरीदारी का मौका दिया। एनडीए सरकार के सत्ता में वापस आने की उम्मीद ने भी निवेशकों की खरीदारी को बढ़ावा दिया। -हिमांशु श्रीवास्तव, एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक, मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया