सुस्त पड़े अर्थव्यवस्था के बीच केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए निर्मला सीतारमण कई बड़ी घोषणाएं की। उपभोग को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा था कि आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य उपायों पर चर्चा चल रही है और आने वाले हफ्तों में इनकी घोषणा की जाएगी। उन्होंने दोहराया कि अवसंरचना पर व्यय बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है।
अहम घोषणाएं:
– उपभोग को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य उपायों पर चर्चा चल रही है और आने वाले हफ्तों में इनकी घोषणा की जाएगी। उन्होंने दोहराया कि अवसंरचना पर व्यय बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है।
– केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम जारी है। बैंकों ने लोगों के हितों में फैसला लिया है।
– निर्मला सीतारमण ने कहा कि चार एनबीएफसी लिक्विडिटी मामले पर काम शुरू हो चुका है। तीन लाख फर्जी कंपनियां बंद की गई हैं। 250 करोड से ज्यादा के कर्ज पर नजर रखेंगे।
– केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार को लेकर सरकार ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि 3 लाख फर्जी कंपनियां बंद की गईं। भगोड़ों की संपत्ति पर कार्रवाई जारी रहेगी। बड़े कर्ज पर निगरानी संकेत समिति बनेगी।
– 250 करोड़ से ज्यादा के लोन पर नजर रखेंगे। कम वक्त में ज्यादा लोन की स्कीम जारी रहेगी। नीरव मोदी जैसे मामले रोकने को सतर्कता बरती जाएगी। निर्मला ने कहा कि एनपीए में कमी आई है।
– पीएनबी, यूनाइटेड बैंक और ओबीसी के एक साथ विलय का केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया है। निर्मला ने कहा कि इसे सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बनाया जाएगा, जिसका वित्तीय कारोबार 17.95 लाख करोड़ का होगा।
– नीरव मोदी जैसे मामले रोकने के लिए सतर्कता बढ़ाई जाएगी। तीन लाख फर्जी कंपनियां बंद की गईं। भगोड़ों की संपत्ति पर कार्रवाई जारी रहेगी।