Breaking News

बैंको के विलय को लेकर वित्तमंत्री सीतारमण ने किया बड़ा ऐलान

पिछले हफ्ते अर्थव्यवस्था को मंदी से उभारने के लिए बड़े-बड़े ऐलान करने वाली वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण एक बार फिर मीडिया के सामने हैं। अर्थव्यवस्था को लेकर सीतारमण ने बडे ऐलान करते हुए देश के कई बड़े बैंको का आपस में विलय कर दिया है। साथ ही साथ कहा है कि सरकार 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम कर रही है।

वित्तमंत्री सीतारमण ने घोषणा की है कि अब से पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक जैसी बड़ी बैंको का आपस में विलय किया जाएगा। इसके अलावा सीतारमण ने यूनिबैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का भी विलय होगा। इसके बाद सरकार ने इंडियन बैंक और इलाहबाद बैंक के विलय का भी ऐलान किया है। ऐसा होने के बाद देश में 12 पब्लिक सेक्टर बैंक रह गए है इससे पहले इनकी संख्या 27 थी। वित्तमंत्री ने बताया कि विलय के दौरान सभी बैंको को पैसा दिया जाएगा जिसमें से पीएनबी बैंक के हिस्से में लगभग 16000 करोड़ तो वहीं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 11,700 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा के हिस्से में 7000 करोड़ और केनरा बैंक के हिस्से में 6500 करोड़, इंडियन बैंक को 2500 करोड़ मिलेंगे।

इसके साथ में इंडीयन ओवरसीज बैंक को 3800, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को 3300 करोड़, यूको बैंक को 2100 करोड़, यूनाईटेड बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब एंड सिंध बैंक को 750 करोड़ रुपये मिलेंगे। वित्तमंत्री ने बताया कि 18 मेंं से 14 सरकारी बैंक इस समय फायदे में हैं। इसके अलावा निर्मला सीतारमण ने हाउसिंग फाईनेंस को 3300 करोड़ देने का ऐलान किया है। वह बताती हैं कि इस समय देश में 3 लाख से ज्यादा शैल कंपनिया बंद हो चुकी हैं।

साथ ही वह नीरव मोदी का उदाहरण देते हुए कहती हैं कि अब सरकार भगोड़ो की संपत्ति को जब्त कर रही है। जिसके जरिए पैसा रिकवर किया जा रहा है। इससे पहले पिछले हफ्ते भी सरकार ने मंद पड़ी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कई बड़े ऐलान किए थे। उसमें भी सरकार ने 70000 करोड़ रुपए बैंको को देने की बात कही थी।

About Samar Saleel

Check Also

9.4 करोड़ को खसरे के टीकों से मिली सुरक्षा, WHO ने कहा- टीके इतिहास के सबसे शक्तिशाली आविष्कार

टीकाकरण से 50 वर्षों में दुनिया भर में करीब 15.4 करोड़ लोगों की जान बचाई ...