उद्योग जगत से जुड़े लोगों को आगाह करते हुए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि व्यापार में अपनी मौजूदगी बढ़ानी है तो आगे सख्त फैसलों के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) से डरें नहीं और दुनिया का सामना आत्मविश्वास के साथ करें।
दिल्ली में गुुुरुवार को बोर्ड ऑफ ट्रेड की दूसरी बैठक को संबोधित करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि जरूरी नहीं कि सभी आयात बुरे हों और हमें जरूरी और गैर जरूरी में बांटकर आयात की इजाजत देनी होगी ताकि देश की जनता की मदद हो सके। उन्होंने कहा कि मुक्त व्यापार समझौतों के बारे में यह सकारात्मक संकेत ऐसे समय में आया है, जब पूर्वी दुनिया के 16 देशों के प्रतिनिधि एक बड़े व्यापारिक समझौते- द रीजनल कॉम्प्रीहेन्सिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (RCEP) को अंतिम रूप देने के लिए 14-15 सितंबर को दिल्ली में बैठक करने जा रहे हैं।
सख्त फैसलों को लेकर पीयूष गोयल ने कहा कि वैश्विक व्यापार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए देश कड़े निर्णय लेने के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास एक ही विकल्प है। या तो हम हताश हो जाएं या जीवन में एक बार मिलने वाले अवसर का फायदा उठाते हुए अपनी वैश्विक पहुंच (व्यापार) को बढ़ाएं। भारत ने यदि टेलीकम्युनिकेशंस डिवाइस आयात जैसे तरीके से बाकी दुनिया से संपर्क रखने में सक्रियता न दिखाई होती तो यहां टेलीकॉम क्रांति लाना संभव नहीं हो पाता।
यह स्वीकार करते हुए कि इस साल निर्यात में बहुत ज्यादा बढ़त नहीं हुई है, गोयल ने कहा कि अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड विवाद की वजह से भारत के लिए अपना निर्यात बढ़ाने की जबरदस्त संभावना है। इससे भारतीय मैन्युफैक्चरर्स के सामने इस बात के अवसर उपलब्ध हुए हैं कि अपने निर्यात को अमेरिका और चीन में बढ़ाएं। गौरतलब है कि अमेरिका और चीन ने एक-दूसरे के तमाम उत्पादों के आयात पर भारी टैरिफ लगा रखे हैं।