पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का अपहरण कर उन्हें जबरन इस्लाम कबूल करवाने के खिलाफ अब संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान आवाज बुलंद की जाएगी. 26 सितंबर को न्यूयॉर्क में होने वाले इस सत्र के दौरान अमेरिका में रहने वाला सिंधी समुदाय पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगा.
अमेरिका में रहने वाले सिंधी समुदाय के लोगों का संगठन ‘सिंधी फाउंडेशन’ पाकिस्तान में हो रहे धार्मिक उत्पीड़न के खिलाफ लगातार आवाज उठाता रहा है.सिंधी फाउंडेशन अब 26 सितंबर को SaveSindhiGirl के बैनर तले ये विरोध प्रदर्शन करने जा रहा है. 26 सितंबर को यूएनजीए के सत्र को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान संबोधित करेंगे
सिंधी फाउंडेशन का दावा है कि पाकिस्तान में पिछले कुछ सालों में बड़ी संख्या में जबरन धर्म परिवर्तन के मामले सामने आए है. सिंधी फाउंडेशन का दावा है, ‘पाकिस्तान में हर साल करीब 1000 सिंधी हिंदू लड़कियों को अगवा कर उनकी जबरदस्ती शादी करवाई जाती है, उनका धर्म बदला जाता है. हर महीन करीब 40-60 सिंधी लड़कियों का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है.’
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग के मुताबिक जनवरी 2004 से मई 2018 तक सिंधी लड़कियों के अगवा किए जाने के 7430 मामले सामने आए है. ये तो वह आंकड़े हैं जिनमें केस दर्ज किए गए कई मामले तो ऐसे है जिनमें केस ही दर्ज नहीं किए गए है. ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि सिंधी लड़कियों के अपरण औऱ उनके जबरन धर्म परिवर्तन के मामले कहीं और ज्यादा होंगे.
पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग के मुताबिक जब परिजन अपनी बेटी के अपरहण की शिकायत लेकर पुलिस के पास जाते हैं तो पुलिस सुनवाई नहीं करती है ना ही एफआईआर दर्ज करती है. जिसके चलते अपहृत लड़कियों को धमकी दी जाती है वो बेचारी चुप रहकर वहीं रहने लगती हैं. उनका धर्म बदल दिया जाता है. सिंधी फाउंडेश का दावा है कि पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के साथ हो रहे इस अत्याचार के में कई राजनेता, धार्मिक नेता और पाकिस्तानी सेना तक शामिल है.
इन्ही में से एक नाम है मियां मिट्ठू, यह पाकिस्तान में धार्मिक नेता है. इसपर कई हिंदू सिंधी लड़कियों को जबरन इस्लाम कबूल करवाने का आरोप है. इसके पाकिस्तानी सेना और पाक पीएम इमरान खान से सीधे संबंध है.