आजकल हर व्यक्ति अपनी या दूसरों की फोटो व वीडियो बनाकर पोस्ट करता हैं। यूं तो फोटोग्राफी में हर व्यक्ति का इंटरस्ट होता है। लेकिन अगर आपको फोटोग्राफी के साथ प्रकृति के साथ जुड़े रहना पसंद है तो आप बतौर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर अपना कॅरियर बना सकते हैं। फोटोग्राफी का यह क्षेत्र बेहद अलग है और इस क्षेत्र में भविष्य देख रहे छात्रों को हरदम एक नए चैलेंज के लिए तैयार रहना होता है। तो चलिए जानते हैं कैसे बनें वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर-
स्किल्स
एक वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर बनने के लिए सबसे पहले आपके फोटोग्राफी स्किल्स बेहतर होने चाहिए ताकि आप एक परफेक्ट क्लिक कर सके। इसके अतिरिक्त आपके अंदर बहुत अधिक धैर्य होना जरूरी है। दरअसल, कई बार एक बेहतरीन फोटो लेने के लिए आपको घंटों इंतजार करना पड़ सकता है। वहीं आपको कंप्यूटर भी आना चाहिए ताकि आप अपनी खींची गई पिक्चर्स को एडिट करके एक परफेक्ट फोटो पेश कर सकें। इस क्षेत्र में केवल वहीं व्यक्ति टिक सकता है, जिसमें वन्यजीव और प्रकृति के प्रति प्रेम हो। एक वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर को काफी टैवल करना पड़ता है और कई−कई दिनों तक घर से दूर रहना पड़ता है। आपको इसके लिए शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार होना चाहिए। इतना ही आपके कम्युनिकेशन स्किल भी उतने ही बेहतर होने चाहिए।
योग्यता
भारत में वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के लिए स्पेशलाइज कोर्स मौजूद नहीं है, लेकिन आप फोटोग्राफी में बैचलर डिग्री या फोटोजर्निलज्म करने के बाद इस क्षेत्र में कदम रख सकते हैं। इसके अलावा आप 12वीं के बाद नेचर व वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी में डिप्लोमा व बैचलर कोर्स करने के बाद या फिर टैवल फोटोग्राफी का कोर्स करने के बाद भी बतौर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर अपना कॅरियर शुरू कर सकते हैं। वैसे बेहतर होगा कि आप पहले किसी स्थापित वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर के साथ काम करें या फिर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी से जुड़े सेमिनार व वर्कशॉप्स अटेंड करें। इससे आपको इस क्षेत्र की गहरी जानकारी प्राप्त होगी।
संभावनाएं
पिछले कुछ समय में इस क्षेत्र में संभावनाओं में भी विकास हुआ है। एक वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर विभिन्न पब्लिकेशन हाउसेज जैसे न्यूजपेपर या ट्रैवल मैग्जीन में जॉब कर सकता है या उनके लिए पार्टटाइम वर्क कर सकता है। इसके अतिरिक्त वाइल्डलाइफ एनजीओ के साथ भी जॉब की जा सकती हैं। अगर आप कहीं पर जॉब नहीं करना चाहते तो आप अपने काम को वेबसाइट, सोशल मीडिया, आर्ट गैलरी के जरिए भी मार्केट में सेल कर सकते हैं। इससे आप मनचाहा दाम प्राप्त कर सकते हैं।
आमदनी
इस क्षेत्र में काम कर रहे व्यक्ति की आमदनी इस बात पर निर्भर करती हैं कि वह किसके लिए काम कर रहा है। शुरूआत में आपकी आमदनी कम हो सकती है, लेकिन जैसे−जैसे आपके काम को पहचान मिलती जाती है, आपकी आमदनी में भी इजाफा होता जाता है। शुरूआत में आपकी आमदनी मासिक दस से पंद्रह हजार तक हो सकती है। लेकिन धीरे−धीरे अनुभव के बाद आप लाखों में कमा सकते हैं। वैसे इस क्षेत्र में फ्रीलांसर अधिक कमाते हैं।
प्रमुख संस्थान
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन, दिल्ली
सेंट जेविर्यस कॉलेज, मुंबई
फरग्युसन कॉलेज, पुणे
जमिया मिलिया इस्लामिया इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर, नई दिल्ली
जे जे स्कूल ऑफ अप्लाइड आर्ट, मुंबई