राजस्थान के अलवर जिले में रामगढ़ के राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय में एक डॉक्टर से मारपीट करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करने के विरोध में रामगढ़ ब्लॉक के सभी सरकारी अस्पतालों में शनिवार को डॉक्टरों ने दो घंटे कार्य बहिष्कार किया। हड़ताल के चलते रामगढ़ ब्लॉक की बारह से अधिक सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के नहीं देखने से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मरीज सुबह से ही आकर अस्पतालों में कतार में लग गए लेकिन पर्चियां तो बन गई पर डॉक्टरों ने मरीजों को नहीं देखा जिसके कारण मरीजों को वापस बैरंग लौटना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि एक अक्टूबर को अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने बाइक पार्किंग से मना करने पर एक महिला सहित तीन आरोपियों ने डॉक्टर निशांत शर्मा के साथ मारपीट कर दी थी। इस मामले में डॉक्टर द्वारा पुलिस थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया था लेकिन पुलिस ने उन्हें शांतिभंग में गिरफ्तार दिखाया। जब हड़ताल की चेतावनी दी और उपखंड अधिकारी रेणु मीणा के निर्देश पर आरोपियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस ने अभी तक नामजद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है जिससे रामगढ़ ब्लॉक के सभी डॉक्टर और चिकित्सा कर्मियों में रोष व्याप्त है।
रामगढ़ अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर हसन अली ने बताया कि डॉ शर्मा के साथ मारपीट करने के आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं करने के विरोध में यह हड़ताल शुरू की गई है, अगर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है तो यह हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी सेवा के मरीजों को अस्पताल में देखा जा रहा है।