नए अध्यक्ष ने शुक्रवार को बोला कि टीम इंडिया के कैप्टन दिन-रात के टेस्ट मैच खेलने पर सहमत हैं। बांग्लादेश के विरूद्ध होने वाली सीरीज के लिए टीम चुनने के उद्देश्य से गांगुली गुरुवार को मुंबई में कोहली एवं उप-कप्तान रोहित शर्मा से मिले थे व ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने दिन-रात के टेस्ट मैच खेलने के मामले पर भी चर्चा की।
विराट डे नाइट टेस्ट से असहमत नहीं
गांगुली ने शुक्रवार को ईडन गार्डन्स स्टेडियम में बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में कहा, “हम सभी इस बारे में सोच रहे हैं। हम इस बारे में कुछ करेंगे। मैं दिन-रात के टेस्ट मैच में विश्वास रखता हूं। कोहली भी इसके लिए सहमत हैं। मुझे अखबारों में बहुत सी रिपोर्ट दिखाई देती हैं कि वह इसके पक्ष में नहीं हैं, लेकिन यह हकीकत नहीं है। खेल को आगे बढ़ने की आवश्यकता है व यही आगे का रास्ता है। लोगों को कार्य समाप्त करके चैंपियंस को खेलते हुए देखने आना चाहिए। मुझे नहीं पता कि ऐसा कब होगा, लेकिन यह जरूर होगा।
अब आगे क्या
यह पूछे जाने पर कि आगे का रोडमैप क्या है? गांगुली ने कहा, “टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है, हम बड़े टूर्नामेंट नहीं जीते हैं इसलिए रोडमैप समय के साथ आएगा। भारतीय क्रिकेट में एक अच्छा ढांचा है व इसमें पैसा भी है। ” गांगुली ने भारतीय प्रीमियर लीग (आईपीएल) व इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) की भी तुलना की। गांगुली ने कहा, “आईपीएल अब ईपीएल की तरह संसार की सबसे बड़ी लीग है। लोकप्रियता व संचालन के मुद्दे में यह किसी भी तरह से ईपीएल से कम नहीं है।
क्या है प्राथमिकता
गांगुली ने कहा, “मेरा कार्य सभी स्तरों पर क्रिकेटरों की मदद करना है, प्रथम श्रेणी में खेलने वाले खिलाड़ी। मेरी महत्वाकांक्षा यह है कि जो खिलाड़ी हिंदुस्तान के लिए नहीं खेलते हैं, उन्हें सुविधाएं मिलें। मेरी ख़्वाहिश क्रिकेट को विश्वसनीय व स्वच्छ बनाने की भी है। ” गांगुली ने कहा, “मैं अपनी समय सीमा के बारे में नहीं जानता, लेकिन जब मैं पद छोडूंगा तब जो नए लोग आएंगे वे यह जरूर कह सकेंगे कि मैं एक स्वस्थ प्रणाली पीछे छोड़कर गया हूं। ”
हितों के विवाद पर
हितों के विवाद के कारण बीसीसीआई में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ कार्य न कर पाने पर गांगुली ने कहा, “मैं उसे बदल नहीं सकता। हमें ऐसा करने के लिए उच्चतम न्यायालय से अनुरोध करना होगा। ऐसा किया भी जा रहा है, स्थिति रिपोर्ट दायर की गई है व उन्होंने बोला कि इसे फिर से देखने की आवश्यकता है। हितों के विवाद के मामले पर समझदारी से कार्य करना होगा। हमें उसे आसान बनाए रखने की आवश्यकता है व मैं इसे ही आगे बढ़ाऊंगा। मैं बड़े खिलाड़ियों को खोना नहीं चाहता। ”