एक जंगली हाथी ने शनिवार को हरिद्वार-लक्सर रोड स्थित पंजनहेड़ी व जियापोता गांव में जमकर कहर बरपाया. हाथी ने खेत में कार्य कर रहे पंजनहेड़ी निवासी 60 वर्ष के किसान सुरेंद्र चौहान पुत्र विशंभर को पटक पटककर मृत्यु के घाट उतार दिया. वहीं, इससे पहले जियोपोता गांव की रहने वाली बबीता पत्नी अमरीश हलवाई पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. कनखल के अस्पताल में भर्ती बबीता ने देर रात दम तोड़ दिया.
एक दिन में दो लोगों की मृत्यु से गुस्साए ग्रामीणों ने डीएफओ आकाश वर्मा व उनके सहकर्मियों को पंजनहेड़ी गांव में देर रात तक बंधक बनाए रखा. उन्होंने किसान सुरेंद्र के मृत शरीर को भी घर में रख लिया. बोला कि मुआवजा मिलने व हाथी को मारे जाने तक मृत शरीर का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. वहीं, मौके पर पहुंचे विधायक स्वामी यतीश्वरानंद व संजय गुप्ता ने भी अधिकारियों को आड़े हाथ लिया. देर रात तहसीलदार आशीष घड़ियाल, ज्वालापुर कोतवाली पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची. ऑफिसर ग्रामीणों को समझाने बुझाने में लगे थे.
जानकारी के मुताबिक प्रातः काल से ही जंगली हाथी पंजनहेड़ी व जियापोता के समीप घूम रहा था. इस बीच उसने जियापोता गांव में सड़क से गुजर रहे कई लोगों को दौड़ा दिया. लोग जान बचाने को अपनी बाइक व अन्य वाहन छोड़कर भाग निकले. हमलावर हाथी ने एक ट्रैक्टर के ट्रॉले समेत कई वाहनों को सूंड़ से उठाकर पटक दिया. उत्पाती हाथी ने जियापोता गांव की बबीता पर हमला कर दिया.
बबीता पर हमला होते देख ग्रामीणों ने शोर मचाते हुए हाथी को गांव से बाहर की ओर खदेड़ा व महिला को इलाज के लिए कनखल स्थित एक व्यक्तिगत अस्पताल में भर्ती कराया. हालांकि देर रात महिला से अस्पताल में दम तोड़ दिया. ग्रामीण कुछ करते उससे पहले हाथी ने पंजनहेड़ी गांव से सटे खेत में पानी दे रहे किसान सुरेंद्र चौहान को भी सूूंड़ से उठाकर पटक दिया. बताया गया कि सुरेंद्र उस समय खेत में पानी दे रहा था. हाथी ने सुरेंद्र को छोड़ा नहीं. जमीन पर पटकने के बाद हाथी उसकी पीठ में दांत घुसा दिए. गंभीर रूप से घायल सुरेंद्र ने अस्पताल जाने से पहले ही दम तोड़ दिया.