सर्दियों में अदरक वाली चाय किसे पसंद नहीं है? लहसुन के साथ पिसा या घिसा अदरक लगभग सभी मसालेदार व जायकेदार तरकारियों का बुनियादी घटक है. अदरक की तासीर गर्म होती है, लेकिन इसका यही एक मात्र लाभ नहीं है. आयुर्वेद कहता है कि अदरक कई बीमारियों का उपचार है.
डाक्टर लक्ष्मीदत्त शुक्ला के अनुसार, अदरक प्राकृतिक दर्द निवारक है. इससे सूजन दूर होती है. इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल व एंटी-ऑक्सीडेंट गुण हैं जो गैस, अपच, सर्दी व सिर दर्द जैसी बीमारियों को सरलता से दूर करता है.
अदरक कई औषधीय गुणों से भरपूर है जिसमें प्रचूर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन डी व विटामिन ई है. इसके अतिरिक्त अदरक में मैग्निशियम, आयरन, जिंक, कैल्शियम होते हैं, जो अदरक को स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बनाते हैं.
अदरक की चाय के फायदे –
डाक्टर लक्ष्मीदत्त शुक्ला बताते हैं, अदरक वाली चाय अपने-आप में गुणकारी है. इससे न केवल गर्मी आती है व सर्दी दूर होती है, बल्कि यह वजन घटाने का भी अच्छा साधन है. जिन लोगों को मितली की समस्या है, वे अदरक की चाय का सेवन करें. अदरक वाली चाय किडनी का इन्फेक्शन दूर करती है. पाचन शक्ति मजबूत करती है. रक्त संचार बढ़ाती है. अदरक की चाय पीने वालों को गले की खराश व इस तरह की अन्य समस्याएं नहीं होती हैं.
मिशिगन यूनिवर्सिटी कांप्रिहेंसिव कैंसर सेंटर के अध्ययन के अनुसार, अदरक से न सिर्फ ओवरी कैंसर की कोशिकाएं नष्ट होती हैं, बल्कि उन्हें कीमोथैरेपी से प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने से भी रोका जो कि ओवरी के कैंसर में एक आम समस्या होती है.
अदरक का रस कान में डाला जाए तो कान के दर्द व सूजन में आराम मिलता है. इसमें एनाल्जेसिक गुण होते हैं जो दर्द निवारक का कार्य करते हैं. जिन लोगों को घुटनों में दर्द व आर्थराइटिस की समस्या होती है, उनके लिए अदरक लाभकारी होता है.
मासिक धर्म में स्त्रियों को दर्द सताता है, लेकिन अदरक का सेवन इसमें राहत दे सकता है. अगर मासिक धर्म की अनियमितता है, तो वह अदरक का सेवन करें.
माइग्रेन में अदरक की चाय पी जाए या इसके रस से माथे पर मालिश की जाए तो दर्द समाप्त हो जाता है. जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है, वे अदरक का नियमित सेवन करें तो इसे कंट्रोल किया जा सकता है.
अदरक हार्ट के लिए अच्छा है. इसका नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रखता है. इसके कारण ब्लड क्लॉटिंग (खून के थक्के जमने की समस्या) नहीं होती है.
डायबिटीज के मरीजों के लिए यह सबसे अच्छी प्राकृतिक दवा है. अदरक के सेवन से इन्सुलिन का स्तर बढ़ाया जा सकता है. ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए प्रातः काल खाली पेट एक गिलास पानी में एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर पीने से लाभ होगा.
अदरक स्कीन के लिए भी बड़े कार्य की वस्तु है. इसका एंटी-ऑक्सिडेंट गुण एंटी एजिंग का कार्य करता है. यानी अदरक का रस स्कीन पर लगाया जाए तो झुर्रियां नहीं होती हैं. इसके रस की मदद से स्कीन पर होने वाले तरह-तरह के निशान जैसे मस्से व जलने के निशान को समाप्त किया जा सकता है.