भारत-नेपाल के रिश्तों की नई इबारत लिखने वाले और क्रॉस बार्डर कनेक्टिविटी को मजबूत करने वाले बिराटनगर चेक पोस्ट को सोमवार को खोल दिया गया है। हर तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस इस चेक पोस्ट के खुल जाने से दोनों देशों के बीच के व्यापारिक संबंधों को नई ऊर्जा मिलने के साथ ही लोगों का आवागमन सुगम हो गया है।
यह चेक पोस्ट बिहार के अररिया जिला और पूर्वी नेपाल के मोरंग जिला को जोड़ता है, जिसका सबसे ज्यादा लाभ इन्हीं जिले के लोगों को मिलेगा।
260 एकड़ की भूमि पर तैयार किए गए इस चेक पोस्ट के निर्माण में 140 करोड़ रुपये का आया खर्च
बता दें कि जोगबनी-बिराटनगर नगर अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र दोनों देशों के बीच व्यापार का महत्वपूर्ण स्थान है। पिछले साल जनवरी में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने संयुक्त रूप से इस चेक पोस्ट का उद्घाटन किया था। दोनों देशों के सहयोग से 260 एकड़ की भूमि पर तैयार किए गए इस चेक पोस्ट के निर्माण में करीब 140 करोड़ रुपये का खर्च आया है।
बीते साल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने चेक पोस्ट का किया था उदघाटन
इस चेक पोस्ट को रोजाना 500 ट्रकों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए तैयार किया गया है। इसको देखते हुए वाहन चालकों, सवारियों और सुरक्षाबलों के समुचित सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही यहां विदेशी नागरिकों के आव्रजन, फायर सेफ्टी, 24 घंटे सीसीटीव मॉनिटरिंग, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम और माल के निर्यात और आयात संबंधी सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।
इस संबंध में नेपाल स्थित भारतीय दूतावास के एक अधिकारी ने कहा कि यह चेक पोस्ट भारत-नेपाल के मैत्रीपूर्ण संबंधों की नई इबारत लिखेगा। इससे दोनों देशों के बीच एक तरफ जहां व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे। वहीं दूसरी तरफ आम लोगों को एक जगह से दूसरी जगह आने जाने में सहूलियत भी होगी।