• नवयुग में हुआ लैंगिक भेदभाव पर नुक्कड़ नाटक
लखनऊ। आज नवयुग कन्या महाविद्यालय राजेंद्र नगर के प्रांगण में बीएड प्रथम सेमेस्टर की छात्राओं शालिनी अवस्थी, दीप्ती मिश्रा, नीलम यादव, रितिका गोयल,अनन्या शर्मा, रिया सोनकर, प्रिया भारती, आशा कुमारी, फरहीन फातिमा (चार्ट), अपूर्वा मिश्रा (चार्ट), निहारिका यादव (चार्ट) के द्वारा “लिंग भेद” शीर्षक के अंतर्गत एक नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतीकरण किया गया।
“आज की नारी, सब पर भारी” जैसे जल नारों के माध्यम से सभी छात्राओं के मध्य नारी की महत्ता को बताने का प्रयास किया गया है साथ ही यह बताने का प्रयास भी किया गया है कि लैंगिक आधार पर महिलाओं के साथ हमेशा भेदभाव होता रहा है।
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परंपरागत रूप से समाज में महिलाओं को कमज़ोर वर्ग के रूप में देखा जाता रहा है। वे घर और समाज दोनों जगहों पर शोषण, अपमान और भेद-भाव से पीड़ित होती हैं। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने छात्राओ के इस अथक प्रयास की भूरी भूरी प्रशंसा की और छात्राओं का बहुत उत्साहवर्धन किया। पढ़ी लिखी महिलाओं का दायित्व है कि वह लिंग भेद के विरुद्ध आवाज उठाये और समाज की वंचित महिलाओं को शोषण के खिलाफ बोलने की प्रेरणा दें।
समाज मे महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं किन्तु अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। इस अवसर पर बीएड विभाग की प्रवक्ताएं प्रोफेसर रशीदा खातून, डॉ सरिता कनौजिया, प्रोफेसर निशी गुप्ता, मनीषा बड़ोनिया एवं राशि रस्तोगी उपस्थित रही।