दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) अब विस्तारवादी रणनीति पर काम कर रही है। इसके तहत इस साल होने वाले नौ राज्यों में से पांच राज्यों में सभी सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने की रणनीति पर काम कर रही है।
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पंजाब में सरकार बनाने और गुजरात में अच्छी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद पार्टी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक और मिजोरम में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
गुजरात विधानसभा चुनावों में पांच सीट जीतने के बाद आप को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल चुका है। ईटी के मुताबिक, आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा है कि उनकी पार्टी ने पांच चुनावी राज्यों में पार्टी इकाइयों को संगठन बनाने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है।
पाठक ने कहा कि पार्टी ग्राम-स्तरीय समितियों का गठन करेगी और गाँव, ब्लॉक और जिला स्तरों पर कार्यकर्ताओं का एक डेटाबेस तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि’आप’ की ताकत उसके जमीनी कार्यकर्ता हैं।
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पाठक ने कहा कि पांचों राज्यों में फ्री बिजली-पानी, शिक्षा-चिकित्सा देने का वादे के अलावा उनकी पार्टी ने विधानसभा वार स्थानीय मुद्दों की तलाश शुरू कर दी है और उसके आधार पर ही पांचों राज्यों में माइक्रो लेवल पर चुनाव प्रचार की रणनीति बनाई जाएगी। पाठक ने कहा कि मुफ्त योजनाएं जनकल्याण के लिए है और उनकी पार्टी उससे पीछे नहीं हटेगी।
पाठक ने कहा, “AAP पांच राज्यों की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने ग्राम स्तर पर अपना संगठन बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एक बार कार्यकर्ता का आधार बन जाने के बाद हम लोगों को प्रभावित करने वाले स्थानीय मुद्दों की पहचान करना शुरू कर देंगे।”