पाकिस्तान के अब्दुल रहमान मक्की को UNSC प्रतिबंध समिति के तहत वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया है। चीन की ओर से रोक हटाने के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने लश्कर के मक्की को ISIL (दाएश) और अल-कायदा प्रतिबंध समिति के तहत ग्लोबल टेररिस्ट की सूची में डाल दिया है।
The Kashmir Files की एक्ट्रेस को गाड़ी ने मारी टक्कर, जानें अब कैसी है हालत
जिस कमेटी के तहत मक्की को प्रतिबंधित किया गया है, उसे UNSC 1267 कमेटी के तौर पर भी जाना जाता है। बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के नेता को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की भारत की कोशिश पर पिछले साल चीन ने अडंगा लगाया था। चीन के इस प्रयास के बाद भारत ने कड़ी आपत्ति भी जताई थी।
भारत और अमेरिका पहले ही मक्की (Abdul Rehman Makki) को अपने घरेलू कानूनों के तहत आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध कर चुके हैं। बता दें कि मक्की आतंकी संगठनों के लिए धन जुटाने, उनमें युवाओं की भर्ती करने और उन्हें हिंसा के लिए कट्टरपंथी बनाने के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में हमलों की योजना बनाने में शामिल रहा है।
मक्की लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) प्रमुख और 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बहनोई है। मक्की भी मास्टमाइंड में से एक था। गृह मंत्रालय की तरफ से साल 2022 में बताया गया था कि मक्की साल 2006 से ही भारत में आतंकी हमलों में शामिल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मक्की 22 दिसंबर 2000 को लाल किला, 2008 जनवरी में रामपुर में सीआरपीएफ कैंप, 12-13 फरवरी 2018 को श्रीनगर, मई 2018 में कश्मीर के बारामूला और जून 2018 को श्रीनगर के साथ-साथ अगस्त 2018 में बांदीपोर में हुए आतंकी हमलों का भी मास्टरमाइंड रहा है।