रेल यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है कि अब उन्हें ट्रेन की स्थिति की जानकारी आसानी से मिल जाएगी. दरअसल रेलवे ने अपने इंजन को इसरो के उपग्रह से जोड़ दिया है, जिससे उपग्रहों से मिली जानकारी से ट्रेन के बारे में पता लगाना, उसके आगमन और प्रस्थान स्वत: दर्ज होना आसान हो गया है.
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विट के जरिए बताया है कि ट्रेन परिचालन की दक्षता में सुधार करते हुए, रेलवे ने ट्रेनों की सैटेलाइट ट्रैकिंग शुरू की है. दिसंबर 2021 तक पूरे माल और यात्री रेल परिचालन को इसरो की मदद से उपग्रह के माध्यम से ट्रैक किया जाएगा.
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने बताया कि रेलवे ने इसरो यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत ट्रेनों की सैटेलाइट द्वारा निगरानी की जा सकेगी.
गौरतलब है कि देश भर में रेलवे के 350 सेक्शन कंट्रोल हैं, जिसमें कपिल जैसे अधिकारी बेहतर सटीक तरीके से रेल को चलाने के फैसले ले रहे हैं. इस कामकाज में उनकी मदद इसरो का गगन कर रहा है. गगन वास्तव में जीपीएस एडेड जीईओ ऑगमेंटेड सिस्टम है. शुरुआत में इसे वायु क्षेत्र के लिए डेवल्प किया गया था, लेकिन अब यह हर 30 सेकेंड में ट्रेन की स्पीड और लोकेशन की जानकारी शेयर करता है.