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समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- विकसित भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश की अहम भूमिका

इंदौर में आज से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत हो गई है। समिट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश की अहम भूमिका है। भक्ति और अध्यात्म से पर्यटन तक और कृषि से शिक्षा और कौशल विकास तक, एमपी अजब भी है, गजब भी और सजग भी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में यह समिट ऐसे समय में हो रही है जब भारत की आजादी का अमृत काल शुरू हो चुका है। हम सब मिलकर विकसित भारत बनाने के लिए काम कर रहे हैं। जब हम एक विकसित भारत की बात करते हैं, तो यह सिर्फ हमारी आकांक्षा नहीं बल्कि हर भारतीय का संकल्प होता है।

पीएम मोदी ने कहा कि हम भारतीय ही नहीं दुनिया के हर संस्थान और विशेषज्ञ इसे लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं। आईएमएफ भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देखता है। विश्व बैंक का कहना है कि भारत कई अन्य देशों की तुलना में वैश्विक विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह भारत के मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल के कारण है। ओईसीडी ने कहा है कि भारत इस साल जी20 समूहों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, भारत अगले 4-5 वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि सदी में एक बार आने वाले संकट के दौरान भी हमने सुधारों का रास्ता अपनाया। भारत 2014 से सुधार, परिवर्तन और प्रदर्शन के पथ पर है। आत्मनिर्भर भारत अभियान ने इसे और अधिक गति प्रदान की है। परिणामस्वरूप, भारत निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का नया भारत अपने निजी क्षेत्र पर भी भरोसा करके आगे बढ़ रहा है। हमने निजी क्षेत्र के लिए रक्षा, खनन और अंतरिक्ष जैसे कई रणनीतिक क्षेत्र खोले हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुझे 2026 तक मप्र को 550 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है और मुझे विश्वास है कि इन्वेस्टर्स समिट इस दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। चौहान ने कहा कि मप्र में निवेश को लेकर घरेलू निवेशकों में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के निवेशकों में गजब का उत्साह है।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारे प्रयास रंग लाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट वास्तव में वैश्विक है। समिट में 82 देशों के प्रतिनिधि, 10 भागीदार देश, 2 देशों के राष्ट्रपति और विभिन्न देशों के मंत्री भाग ले रहे हैं। इनके अलावा भाग लेने वालों में व्यापार और उद्योग से कई अंतर्राष्ट्रीय संगठन, 5000 से अधिक उद्योगपति और 70 बड़े औद्योगिक घराने भी हैं।

जानकारी के मुताबिक, समिट के शुरू होने से अब तक कुल करीब 3.45 लाख करोड़ का निवेश आया है और 4.30 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल चुका है। जानकारी के मुताबिक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में लगभग 6654 उद्योगपति आ रहे हैं। समिट गुरुवार तक चलेगा।

बताया जा रहा है कि आदित्य बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला, अडानी समूह के प्रणव अडानी, टाटा इंटरनेशनल के नोएल टाटा, बजाज फिंसर्व के सीएमडी संजीव बजाज, गोदरेज इंडस्ट्रीज के सीएमडी नादिर गोदरेज, आइटीसी के संजीव पुरी, किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड के संजय सी किर्लोस्कर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल हो सकते हैं।

इनके अलावा सीएट टायर्स के अनंत गोयनका, डालमिया भारत समूह के पुनीत डालमिया, एचईजी के रवि झुनझुनवाला, जेके टायर्स के रघुपति सिंघानिया, वाल्वो ग्रुप इंडिया के कमल बाली, एस्सार लिमिटेड के प्रशांत रुईया, मेदांता समूह के डा. नरेश त्रेहान समेत अन्य दिग्गज भी इस समिट का हिस्सा बन सकते हैं।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा हमारे यहां सिंगल टेबल सिस्टम है। हम उद्योगपतियों को सभी सुविधाएं एक मंच पर प्रदान करते हैं और उनकी परेशानी सुनते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जमीन उपलब्ध है। राज्य सरकार की नीतियां बेहद सरल हैं। उन्होंने फार्मा, ऑटोमोबाइल समेत सभी सेक्टर में निवेश की उम्मीद जताई।

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