मोहम्मदी खीरी। उप जिलाधिकारी मोहम्मदी पंकज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पराली जलाना मना है, प्रदूषण को रोकने के लिए एनजीटी और सरकार द्वारा इसे मना किया गया है। इसके बावजूद भी कुछ किसान इसे जला रहे हैं, जिससे प्रदूषण भी हो रहा है। इसके लिए कृषि पुलिस और राजस्व निरीक्षक लेखपाल आदि की टीम गठित की गई है।
आज इसी क्रम में उप कृषि निदेशक, थाना प्रभारी मोहम्मदी, चौकी प्रभारी रेहरिया और मुड़ा निजाम, सहायक कृषि अधिकारी ने कई गांव के लेखपाल राजस्व निरीक्षक के साथ मिलकर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान थाना मोहम्मदी अंतर्गत गांव उम्मरपुर में कासिम और महोलिया गांव में शिवराज, गजेंद्र खेत में पराली जलाते पाए गए, जिनके खिलाफ संबंधित धारा में कार्यवाही करने के साथ ही अर्थदंड लगाया गया।
उन्होंने किसानों से अपील की है कि पराली न जलाए, नही तो सम्बंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही अर्थ दंड भी वसूला जाएगा। सभी प्रधान, लेखपाल, सचिव, कृषि विभाग के कर्मचारी आदि गांव में बैठक करें, जिससे कोई भी पराली जलाए तो एसडीएम मोहम्मदी के मोबाइल पर कॉल कर इसकी सूचना दी जा सके। सूचना देने वाले का नाम भी गोपनीय रखा जाएगा।
निरिक्षण के दौरान कॉबाइन मशीनों की भी मौके पर जांच की गई। महोलिया के दिनेश कुमार, रेहरिया के विनोद सिंह, बरखेरा के मुक्तियार सिंह की मौके पर कंबाइन जांच की गई और बिना एसएमएस के पाए जाने पर हिदायत दे कर छोड़ दिया गया। बंजारिया, रेहरिया, उम्मरपुर, मुड़ा, गालिब, पिपरिया कप्तान में बैठक भी की गई और पराली प्रबंधन के बारे में बताया गया। मौके पर ही 2 किसान के खेत में पराली जलाए जाने पर उनके खिलाफ ₹ 17000 का अर्थदंड तत्काल लगाया गया। पंकज कुमार ने बताया कि अब सभी लोगों, जिन्होंने पराली जलाए है सबको चिन्हित करके अर्थदंड की नोटिस जारी की जा रही है।
रिपोर्ट-हरविंदर सिंह कम्बोज