वाराणसी। सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेमशंकर पांडेय के नेतृत्व में अधिवक्ता हरिशंकर पाण्डेय प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए मंगलवार को डीएम पोर्टिको में एक बार फिर धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठने की खबर मिलते ही एसीएम चतुर्थ अमृता सिंह भी मौके पर पहुँची और पूरे प्रकरण की जानकारी ली। अधिवक्ता का आरोप है रामेश्वर में उनका पुश्तैनी मकान है वहा आने जाने का रास्ता अवरुद्ध कर प्रशासन पर्यटन विभाग का गेस्ट हाउस बनवा रहा है।
इसी को लेकर डेढ़ माह पूर्व वह डीएम पोर्टिको पर धरने पर बैठे थे, तब एडीएम प्रशासन व एडीएम नगर, एसडीएम राजातालाब व तहसीलदार मौके पर गए थे और नापी कराकर 15 फुट का रास्ता देने को कहा था, आरोप है कि डेढ़ माह बाद भी बार बार दौड़ाने के बावजूद रास्ता नही दिया गया अंततः प्रशासन के वादाखिलाफी के कारण मौलिक अधिकार के तहत सूचना देकर धरना पर बैठना पड़ा।
सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेमशंकर पांडेय ने कहा कि अब जबतक रास्ता मिल नही जाता तबतक धरना भीषण ठंड में भी दिन रात जारी रहेगा। वहीं पूर्व महामंत्री संजय सिंह दाड़ी ने कहा कि अधिवक्ता साथी को रास्ता दिलाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। और अधिवक्ताओं का यह आन्दोलन अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह आन्दोलन मान न होने पर आमरण अनशन में परिवर्तित होगा। साथ ही अधिवक्ता अब इस मुद्दे पर आर-पार की लड़ाई लगेगें।
इस दौरान सेंट्रल बार के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अशोक उपध्य्याय, शिवपूजन गौतम, संजय दाढ़ी, राजा आनन्द ज्योति सिंह, घनश्याम सिंह भेलखां, अशोक कुमार, अरविंद यादव, मुकेश मिश्र, अश्वनी चौबे, विनोद पांडेय, राघवेंद्र बबलू आदि मौजूद रहे और दिनभर धरनास्थल पर जाकर समर्थन देते रहे।
रिपोर्ट-जमील अख्तर