प्रधानमंत्री फियामे नाओमी माताफा की सरकार गिरने के बाद समोआ में चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी गई है। 29 अगस्त को समोआ में छह महीने पहले चुनाव होंगे। यह चुनाव इसलिए हो रहे हैं कि पिछले महीने संसद में बजट पास नहीं पाया था, जिसके कारण पीएम फियामे की सरकार गिर गई थी।
फियामे ने साल 2021 में समोआ की पहली महिला प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचा था। उन्होंने मानवाधिकार संरक्षण पार्टी (एचआरपीपी) को हराकर चार दशक के शासन को समाप्त कर दिया था। अब एक त्रिकोणीय राजनीतिक लड़ाई का सामना कर रही हैं, जिसका असर समोआ के बाहर के देशों पर भी पड़ सकता है।
चीन-ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका अपना असर बढ़ाने का प्रयास कर रहे
समोआ में अचानक चुनाव ऐसे समय में हो रहा है, जब दक्षिण प्रशांत क्षेत्र में भू-राजनीतिक रुचि बढ़ गई है। चीन, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देश यहां अपना असर बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं और समोआ को एक अहम रणनीतिक देश माना जा रहा है। समोआ की आबादी 200,000 है। यह देश समुद्र के बढ़ते स्तर की वजह से जलवायु परिवर्तन के खतरों से सबसे ज्यादा प्रभावितों में से एक है।
पार्टी अध्यक्ष को कैबिनेट से निकालने के बाद शुरू हुआ विभाजन
इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री फियामे की पार्टी (FAST) में अंदरूनी झगड़ा शुरू हो गया था। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष ला’उली लेउतेया पोलाताइवाओ को आपराधिक आरोपों के चलते कैबिनेट से निकाल दिया था, जिससे पार्टी में फूट पड़ गई। हालांकि, फियामे दो बार अविश्वास मतों से बच गईं, लेकिन HRPP और FAST के कुछ बागी नेताओं ने मिलकर उनके बजट को रोक दिया। इसके चलते समय से पहले चुनाव कराने पड़े।
फियामें अब समोआ यूनाइटिंग पार्टी का नेतृत्व कर रहीं
फियामे अब नवगठित समोआ यूनाइटिंग पार्टी का नेतृत्व कर रही हैं। चुनाव में उनका सामना अब उनके पूर्व बॉस तुइला’एपा सै’इलेले मालीलेगाओई की एचआरपीपी और ला’उली की रीब्रांडेड FAST से है। देश के सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव की तैयारी के लिए ज्यादा समय देने की अपील को ठुकरा दिया। इसके बाद देश के प्रमुख नेता तुइमालेलिफानो सुआलौवी वैलेटोआ द्वितीय ने मंगलवार को औपचारिक रूप से चुनाव की तारीख की घोषणा की।