तोक्यो। उत्तर कोरिया के भूमिगत परमाणु परीक्षण के दौरान ‘‘जमीन’’ से इसका रिसाव होने की आशंकाओं के बीच जापान और चीन ने आज कहा कि उत्तर कोरिया के इस परीक्षण के बाद उन्हें वायुमंडल में अब तक किसी विकिरण का पता नहीं चला है। जापान सरकार के वरिष्ठ प्रवक्ता योशिहिदे सुगा ने संवाददाताओं से कहा कि ‘‘ना तो समूचे देश के निगरानी केंद्रों ने कोई विशेष घटना देखी’’ या ना ही कल के विस्फोट के बाद एयर सेल्फ-डिफेंस द्वारा लिये गये नमूनों में कुछ पता चला।चीन के पर्यावरण मंत्रालय ने आज बताया कि इसकी कोरियाई सीमा के निकट भी विकिरण का स्तर सामान्य था। मंत्रालय ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा, ‘‘निगरानी के नतीजों से साफ साफ पता चलता है कि उत्तर कोरिया के इस परमाणु परीक्षण का अब तक हमारे देश के पर्यावरण या लोगों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।’’ जापान के रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोदेरा ने रविवार को कहा था कि जापान ने रेडियोधर्मी कणों की पहचान करने में सक्षम ‘‘स्निफर’’ विमानों को तैनात किया है। उत्तर कोरिया के परमाणु विस्फोट के बाद इसके रिसाव होने की आशंका है। उत्तर कोरिया इसके हाईड्रोजन बम होने का दावा करता है। चीनी निगरानी केंद्रों ने विस्फोट के चलते शुरूआती भूकंप के झटकों के तुरंत बाद दूसरा झटका महसूस किया था। निगरानी केंद्र ने कहा कि 4.6 तीव्रता का दूसरा भूकंप का झटका ‘‘संभवत: जमीन के अंदर’’ हुई हलचल के कारण आया।
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