कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश अमेरिका में हालात फिर से बिगड़ने लगे हैं। जिसके पीछे की वजह वायरस के डेल्टा वेरिएंट को बताया जा रहा है। साथ ही आशंका जताई जा रही कि जल्द ही वहां पर मामले तेजी से बढ़ेंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट को चिंताजनक प्रकार(Variant of Concern) की अपनी सूची में शामिल किया है क्योंकि यह कुछ देशों में तेजी से फैला है, विशेष रूप से भारत में संक्रमण में इससे तेज वृद्धि हुई जहां इसे पहली बार पाया गया था।
कोरोना वायरस महामारी की दो लहरों का सामना करने वाले ब्रिटेन में डेल्टा वैरिएंट का कहर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। यूके में सिर्फ एक हफ्ते में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के 33 हजार 630 केस बढ़ गए।
अमेरिका में मौजूदा संक्रमण के 51.7 प्रतिशत मामलों के लिए डेल्टा वेरिएंट ही जिम्मेदार हो सकता है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केन्द्रों (सीडीएस) की प्रवक्ता जूड फुल्स के मुताबिक 19 जून के पहले दो हफ्तों में लिए गए सैंपल में से 30 प्रतिशत डेल्टा वेरिएंट थे। वहीं 3 जुलाई के पहले 2 हफ्तों में ये आंकड़ा 52 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है।