अगर आप अक्सर हवाई सफर करते हैं या हवाई सफर करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको झटका लग सकता है. क्योंकि अप्रैल महीने से विमान से सफर करना महंगा होने वाला है. हवाई सफर में बढ़ोतरी की ये वजह एयरपोर्ट नेविगेशन चार्ज के चलते होगा. दरसल, अप्रैल महीने से एयरपोर्ट नेविगेशन चार्ज में 4 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. सिविल एविएशन मंत्रालय ने इसके लिए कंसल्टेशन पेपर जारी कर दिया है. सीएनबीसी आवाज ने सूत्रों के हवाले बताया है कि साल 2024-25 से इसे 4 फीसदी और बढ़ाने का प्रस्ताव है.
बता दें कि एयरपोर्ट पर नेविगेशन सुविधा देने के लिए एयरपोर्ट नेविगेशन सुविधा चार्ज लगाया जाता है. उसके बाद इस चार्ज को हवाई यात्रियों से प्रति फ्लाइट के आधार पर लिया जाता है. मंत्रालय के इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसले के लिए अगले सप्ताह एक बैठक होनी है. बता दें कि पिछले 20 साल से नेविगेशन सुविधा शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है.
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में एविशन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि विमान कंपनियां ग्राहकों के लिए कम कीमत पर टिकट मुहैया करा रही हैं. सरकार इस बात से चिंतित है अगर यह सिलसिला जारी रहा तो और विमान कंपनियां भी बंद हो सकती हैं. लेकिन इस दौरान उन्होंने इस बात को पूरी तरह से खारिज कर दिया कि विमान किराया को सरकार रेग्युलेट करेगी. हरदीप सिंह पुरी का यह बयान चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में विमान कंपनियों की नतीजे जारी होने के बाद आया था.
पुरी ने कहा था कि, “एक खास बात पर हमने ध्यान दिया है कि 20 साल पहले दिल्ली से मुंबई रूट पर जो औसत किराया 5,100 रुपये था, वो अब घटकर औसत 4,600 रुपये रह गया है. प्रिडेटरी प्राइसिंग का खेल हो रहा है. इसका मतलब है कि विमान कंपनियां कॉस्ट से भी कम कीमतों पर टिकट बेच रही हैं.” बता दें कि प्रिडेटरी प्राइसिंग का मतलब है ये होता है कि विमान कंपनियां ग्राहकों को लुभाने के लिए कम दामों में टिकट बेच दें.