लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने Kanpur Dehat कानपुर देहात में सरेआम पीटकर श्री बलवीर सिंह की निर्मम हत्या किए जाने की घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस सम्बंध में एक जांच कमेटी गठित की है, जिसमें अमिताभ बाजपेयी तथा दिलीप यादव उर्फ कल्लू (विधायकगण),राकेश सचान पूर्व सांसद, समरथ पाल जिला अध्यक्ष एवं राम सिंह यादव जिला पंचायत अध्यक्ष शामिल हैं।
Kanpur Dehat में मृतक बलवीर सिंह
श्री अखिलेश को दिए गए ज्ञापन में कानपुर देहात Kanpur Dehat में मृतक बलवीर सिंह के पुत्र आलोक सिंह ने कहा है कि विगत 21 नवम्बर 2018 को किशरवल रनियां थाना अकबरपुर कानपुर देहात निवासी बलवीर सिंह, जब खेत में काम कर रहे थे, तब उन पर जानलेवा हमला किया गया। उन पर कुछ स्थानीय दबंग अपना खेत बेचने का दबाव डाल रहे थे।
हत्यारोपित अब परिवार वालों को भी ठिकाने लगाने की धमकियां दे रहे हैं। पीड़ित परिवार ने श्री अखिलेश यादव से न्याय की गुहार की। श्री यादव ने प्रार्थी को न्याय दिलाने में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। श्री अखिलेश ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में आतंक व्याप्त है। कानून-व्यवस्था समाप्त है। अराजकता पूरे राज्य में है। भाजपा राज में हत्या, लूट, अपहरण, की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म और उन्हें जिंदा जला देने तक की घटनाएं हो रही है। मुख्यमंत्री जी का दावा था कि प्रदेश में अब अपराधी या तो जेल जाएंगे या प्रदेश छोड़कर चले जाएंगे। वस्तुस्थिति यह है कि अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं और पुलिस पर भी हमलावर हो रहे हैं।
आगरा में 15 वर्ष की 10वीं कक्षा की छात्रा
श्री यादव ने कहा कि आगरा में 15 वर्ष की 10वीं कक्षा की छात्रा को जिस तरह सरेराह दिनदहाड़े पेट्रोल डालकर मार दिया। यह घटना लोमहर्षक है और समाज के नाम पर कलंक है। भाजपा राज में अपराधियों के डर से छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ दिया है, क्या यही ‘बेटी पढ़ाओं-बेटी बढ़ाओं‘ भाजपा की योजना है।
श्री यादव ने कहा कि दबंगों के आगे-प्रशासनिक मशीनरी पंगु है। प्रदेश में जंगलराज जैसी स्थिति बन गई है। जनसामान्य की कहीं कोई सुनवाई नहीं है। लोग त्रस्त हैं। जनता में दहशत है। उक्त तमाम घटनाओं से मानवीय संवेदनाएं शून्यता की हद तक गिर गयी है। उत्तर प्रदेश में गुण्डों और माफियाओं का साम्राज्य है। हर स्तर पर भाजपा राज के खिलाफ जनता में भारी असंतोष और आक्रोश है।