शोएब अख्तर ने सौरव गांगुली को बीसीसीआई का नया अध्यक्ष बनाए जाने का स्वागत किया. पाक के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा- इस पद के लिए सौरव बिल्कुल ठीक शख्स है. भारतीय क्रिकेट को वो नयी ऊंचाईयों पर ले जाएगा. पूर्व विकेटकीपर राशिद लतीफ के साथ एक यूट्यूब वीडियो में चर्चा के दौरान शोएब ने यह बातें कहीं. अख्तर ने कहा- लोग कहते हैं कि सौरव मेरे सामने बल्लेबाजी करने से डरता था. ये ठीक नहीं है. वो मुझसे कभी नहीं डरा. अगर ऐसा होता तो वो ओपनिंग नहीं करता. सौरव के बतौर बीसीसीआई अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा 23 अक्टूबर को की जाएगी.
रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से प्रसिद्ध शोएब ने कहा, “साल 2000 तक टीम इंडिया दबकर खेलती थी. सौरव ने इस टीम को लड़कर जीतना सिखाया. वो युवराज, हरभजन, जहीर व नेहरा जैसे प्लेयर्स को लाया. ठीक मायनों में वो तेज गेंदबाजों का कैप्टन था. अगर वो मेरा कैप्टन होता तो टेस्ट क्रिकेट में मेरे 500 विकेट होते. बल्लेबाजी के दौरान मैंने उसे कई बार हिट किया. इसलिए कुछ लोग कहते थे कि वो मुझसे डरता था. ये ठीक नहीं है. अगर दादा डरता होता तो मेरे सामने ओपनिंग करने नहीं आता.”
शोएब ने दिलचस्प वाकये का जिक्र
शोएब आईपीएल के शुरुआती संस्करणों में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके हैं. तब कैप्टन गांगुली थे. शोएब ने कहा, “पीसीबी ने मुझ पर बैन लगाया था. गांगुली ने मेरे खेलने का बंदोवस्त किया. हिंदुस्तान पहुंचा तो केकेआर के ऑस्ट्रेलियन कोच ने मुझे अनफिट बताते हुए 11 में शामिल करने से मना कर दिया. दादा भी अड़ गया. उसने कहा- शोएब 50 प्रतिशत भी फिट होगा तो मैं उसे खिलाउंगा. यही हुआ भी. हमारी टीम 132 पर आउट हो गई. मैंने विपक्षी टीम के शुरुआती 4 विकेट लिए. हम मैच जीत गए.”
‘अब आईसीसी चीफ बनें’
इसी शो में राशिद लतीफ ने भी सौरव की तारीफ की. उन्होंने कहा, “दादा, के पास जो नेतृत्व क्षमता है. उसका भारतीय क्रिकेट को बहुत लाभ होने वाला है. वो कैप्टन रहा, बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन का चीफ रहा, अब बीसीसीआई संभालेगा. लेकिन, मैं चाहता हूं कि हिंदुस्तान का आईसीसी में जो रुतबा है, उसके हिसाब से सौरव को आईसीसी प्रेसिडेंट बनना चाहिए.” हालांकि, राशिद की इस बात से शोएब इत्तेफाक नहीं रखते. उन्होंने कहा- दादा, बीसीसीआई छोड़कर आईसीसी कभी नहीं जाएगा.