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एलुमनाई मीट-2022 : BSNV के पूर्व छात्रों ने अपने अनुभवों को बांटते हुए साझा की खट्टी-मीठी यादें

लखनऊ। बीएसएनवी पीजी० कॉलेज, चारबाग लखनऊ में आज एलुमनाई मीट का आयोजन किया गया। एलुमनाई मीट कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्रबंध समिति के अध्यक्ष त्रिलोकी नाथ मिश्र द्वारा सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम में आए आगंतुकों का स्वागत एवं अभिनंदन महाविद्यालय के प्रबंधक रत्नाकर शुक्ल ने किया। इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुक्ल जी ने एलुमनाई कार्यक्रम को प्रत्येक वर्ष संपन्न कराने का आश्वासन दिया। तदोपरांत अध्यक्ष श्री मिश्र ने महाविद्यालय के अद्यतन विकास का पूर्ण विवरण प्रस्तुत किया तथा महाविद्यालय के विभिन्न विभागों द्वारा संचालित किए जा रहे “एड ऑन कोर्स” को प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित किया।

कार्यक्रम के दौरान एलुमनाई एवं महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा नवीन परिसर का अवलोकन किया गया तथा एलुमनाई सदस्यों द्वारा इस पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र का प्रारंभ पूर्व विद्यार्थियों द्वारा अपने अनुभवों को साझा करते हुए, जिसमें कुछ खट्टी-मीठी यादें समाहित थी। अपने अनुभव को साझा करने के क्रम में सर्वप्रथम गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रो सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बीएसएनवी पीजी कॉलेज का शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी योगदान रहा है, उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इस महाविद्यालय की शिक्षा का स्तर विश्वविद्यालय की अपेक्षा बेहतर रहा है।

इस अवसर पर प्रो. सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने महाविद्यालय के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए एमएससी टॉपर को छात्रवृत्ति प्रदान करने की घोषणा की। इसी क्रम में डॉ योगेश्वर शुक्ला ने पुराने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि लोग कहते थे अगर पढ़ना है तो के के वी में एडमिशन लो और घूमना है तो अन्य जगहों पर…। उन्होंने नैक की ग्रेडिंग को ध्यान में रखकर शिक्षक पर अत्यधिक भार को कम करने तथा उन्हें अपने मूल विषय पर ही केंद्रित रहने की सलाह दी। जॉइंट सेक्रेटरी उच्च शिक्षा डॉ सर्वेश कुमार ने महाविद्यालय को हर स्तर पर सहयोग का आश्वासन दिया। डॉ अशोक कुमार तिवारी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिलब्ध भूगर्भ वैज्ञानिक हैं जिन्होंने अपने समय की तमाम खट्टी मीठी यादों को ताजा किया। इसी क्रम में डॉ हेमंत कुमार, डॉ कुंवर सिंह, अभिषेक कुमार शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त किया।

डॉ ओमकार नाथ मिश्र ने बताया कि यह महाविद्यालय हमारे लिए सिर्फ कर्म ही नहीं है बल्कि यह हमारी जन्मभूमि भी रही है। डा मिश्रा ने पठन-पाठन के साथ-साथ खेलों पर भी ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में एक प्रमुख बिंदु के रूप में है। प्रो विनोद चंद्रा ने भूगर्भ विज्ञान को अपने प्रथम प्रेम के रूप में परिभाषित किया और इस उपलक्ष्य में राजेंद्र पंत छात्रवृत्ति देने की घोषणा की। महाविद्यालय के पूर्व भूतपूर्व छात्र नेता ने एमबी त्रिवेदी पुरस्कार की घोषणा की। हिंदी विभाग के पूर्व छात्र बहुमुखी प्रतिभा के धनी अखिलेश पांडे जो ऑल इंडिया रेडियो में कार्यरत है अपने पुराने अनुभव ताजा करते हुए एक महाविद्यालय के ऊपर डॉक्यूमेंट्री बनाने की इच्छा जाहिर की।

अजीत कुमार जो कि बरेली कॉलेज बरेली में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं, ने बताया कि महाविद्यालय में क्लास के बाद अतिरिक्त रूप से नेट और जेआरएफ की तैयारी कराई जाती है। इस अवसर पर डॉ कुंवर सिंह ,अभिषेक कुमार सुदीप बाजपेई, डा प्रज्ञा डा संजय कुमार शर्मा, डॉ शैलेश कुमार पांडे, डॉक्टर गोविंद पाठक ने अपने विचार रखे।कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर राकेश चंद्रा ने किया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो रमेश धर द्विवेदी जी ने बताया कि यह संस्था के लिए गौरव का क्षण है तथा एलुमनाई द्वारा दिए गए सुझाव का महाविद्यालय सदैव आभारी रहेगा।

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