जयपुर मणिपाल हॉस्पिटल में एम्बुलेंस ड्राइवरों के लिए जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत जयपुर व आस पास के करीब 30 ड्राईवरों को मणिपाल हॉस्पिटल के आपातकालिन विभाग के प्रमुख डॉ. मलय मिश्रा ने मरीज को लाने व ले जाने के बाद किस तरह से एम्बुलेंस को सेनेटाइज करना चाहिये इस बारे में विस्तृत जानकारी दी।
डॉ. मलय ने बातया की वर्तमान हालात में हम यह नहीं कह सकते की कौनसा मरीज कोरोना संक्रमित है व कौनसा नहीं और मरीज को लाने व ले जाने से मना भी नहीं कर सकते इस कारण हमें ज्ञात होना चाहिये की कौनसी कौनसी सवाधानीयां बरत कर हम संक्रमण को रोक सकते है।
डॉ. मलय ने बताया की सेनेटाईज करने वाले स्टाफ को सेनेटाईज करते समय एन-95 मॉस्क व हैंड ग्लवस का हमेशा प्रयोग करना चाहिये व 1 प्रतिषत हाईपोक्लोराईड के घोल से एम्बुलेस को हॉरिजॉन्टल व वर्टीकल सफाई के साथ-साथ उसके अन्य पार्टस जैसे की स्ट्रेचर, मॉनीटर, बैड रेल्स, इन्फेक्शन पम्प आदि को भी सेनेटाईज करना चाहिये। इन सब को करने में मात्र 30 मिनीट का समय लगता है। और ऐसा करके हम कोरोना के संक्रमण को रोक सकते है।
हॉस्पिटल डायरेक्टर जी. कार्थिहेवेलन ने कहा की मणिपाल हॉस्पिटल सामाजिक सरोकार के कार्यों में शुरु से ही अग्रणि रहा है। इस पहल के द्वारा हम प्रदेश के सभी एम्बुलेंस ड्राइवरों को सेनेटाईजेषन का महत्व बताने के साथ ही उन्हे सिखा भी रहें हैं की किस तरह से कम समय में सेनेटाईज किया जा सकता है।