भारत को वैश्विक कूटनीति में चीन के खिलाफ तब बड़ी सफलता मिली, जब अमेरिका ने खुलकर भारत के पक्ष में बयान दिया है. इस बाबत अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में हुए हिंसक झड़प में चीनी सेना ने जिस तरह से घात लगाकर भारतीय सेना पर आक्रमण किया, उसकी कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि चीन हमेशा से अपने सभी पड़ोसी देशों के खिलाफ विस्तारवादी नीति को अपनाते हुए रणनीति बनाकर निशाना बनाया है. उन्होंने सभी लोकतंत्र प्रेमी देशों से चीन के खिलाफ एकजुट होने का आह्वाण किया है.
लोकतंत्र को लेकर कार्यक्रम को किया संबोधित
दरअसल अमेरिकी विदेश मंत्री डेनमार्क के कोपेनहेगन में आयोजित लोकतंत्र पर एक ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. जहां उन्होंने भारत को भरोसा दिया कि सभी तरह की मदद के लिये अमेरिका हमेशा साथ रहेगा. उन्होंने कहा कि चीन सिर्फ पड़ोसी देश ही नहीं बल्कि दक्षिणी चीन सागर में भी सैन्यीकरण को बढ़ावा देकर अवैध कब्जा में जुटा रहता है. वहीं उन्होंने कहा कि चीनी मुस्लिमों के खिलाफ जिस तरह से क्रूर अभियान चला रखा है,वो निंदनीय है. यह मानवाधिकार का सरासर उल्लंघन है.
वैश्विक महामारी के फैलने में भी चीन का हाथ
अमेरिकी विदेश मंत्री यहीं नहीं रुके बल्कि कोरोना वायरस को जानबूझकर फैलाने का भी गंभीर आरोप लगाया. इसमें तो डबलूएचओ ने भी चीन की मदद की. जिसके लिये इस संगठन को भी कभी माफ नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया वैश्विक महामारी से परेशान है,लाखों लोगों की जान चली गई है. वहीं दुनिया की इकॉनोमी को भी गहरा धक्का लगा है. इसके लिये भी चीन ही जिम्मेदार है.