राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के आदेश के बाद अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों (Houthi rebels) पर हवाई हमले किए। इसमें 31 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई लाल सागर में जहाजों पर हो रहे हमलों के विरोध में की गई। ट्रंप ने हूतियों के मुख्य समर्थक ईरान को भी चेतावनी दी कि उसे समूह को समर्थन देना तुरंत बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ईरान ने अमेरिका को धमकी दी, तो हम आपको पूरी तरह से जवाबदेह ठहराएंगे और फिर हम अच्छा व्यवहार नहीं करेंगे!
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शनिवार को ट्रंप ने अपने अधिकारियों को यमन की राजधानी सना पर हवाई हमले करने का आदेश दिया था। इसकी जानकारी देते हुए ट्रंप ने वादा किया कि जब तक ईरान समर्थित हूती विद्रोही महत्वपूर्ण समुद्री गलियारे पर जहाजों पर हमले बंद नहीं कर देते, तब तक वे “अत्यधिक घातक बल” का प्रयोग करेंगे।
ईरान ने हूती विद्रोहियों की मदद से किया इनकार, अमेरिकी हवाई हमले के बाद ट्रंप ने भी दी धमकी
ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “हमारे बहादुर युद्धक अभी अमेरिकी शिपिंग, वायु और नौसैनिक संपत्तियों की रक्षा करने और नौवहन स्वतंत्रता को बहाल करने के लिए आतंकवादियों के ठिकानों, नेताओं और मिसाइल सुरक्षा पर हवाई हमले कर रहे हैं।” ट्रंप ने सभी हूती विद्रोहियों से कहा कि तुम्हारा समय समाप्त हो गया है और तुम्हें आज से ही हमले बंद करने होंगे। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो तुम पर नरक की ऐसी बारिश होगी जैसी तुमने पहले कभी नहीं देखी होगी।
ट्रंप ने कहा, “कोई भी आतंकवादी ताकत अमेरिकी वाणिज्यिक और नौसैनिक जहाजों को विश्व के जलमार्गों पर स्वतंत्र रूप से चलने से नहीं रोक पाएगी।” उन्होंने ईरान को विद्रोही समूह का समर्थन बंद करने की चेतावनी भी दी, तथा वादा किया कि वह अपने प्रतिनिधि के कार्यों के लिए ईरान को “पूरी तरह से जवाबदेह” ठहराएंगे। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि यह हूती ठिकानों पर हवाई हमलों की शुरुआत है तथा अभी और हमले किए जाएंगे।