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एक आरोपी ने जहरीला पदार्थ निगलकर की आत्महत्या, खेतों में मिला शव

हरियाणा के पानीपत के मतलौडा में डेरों में घुसकर महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म, लूटपाट और हत्या के मामले में रविवार को एक आरोपी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव एक खेत में पड़ा मिला।

वहीं शनिवार को मुख्य आरोपी को हरियाणा पुलिस ने बागपत के बड़का से दबोच लिया था। आरोपी ने पुलिस को चकमा देकर जहरीला पदार्थ निगल लिया, जिसे बड़ौत सीएचसी पर भर्ती कराया गया। आरोपी को मेरठ रेफर किया गया है।

शनिवार को भी हुई थी कार्रवाई
हरियाणा के पानीपत में खेतों में डेरे में सामूहिक दुराचार और लूट की वारदात में शामिल मुख्य आरोपी को पुलिस ने शनिवार को 18 दिन बाद काबू कर लिया। आरोपी उत्तर प्रदेश के बड़ौत थानाक्षेत्र के बड़का गांव में छिपा था, जहां पानीपत की सीआईए-3 ने छापामारी कर उसे काबू किया। इस दौरान पुलिस का देख उसने जहर निगल लिया, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं वारदात में शामिल उसके साथी आरोपी नरेंद्र को भी काबू कर लिया गया।

20 सितंबर की रात मतलौडा थानाक्षेत्र के एक गांव स्थित मछली फार्म में महेंद्रपाल और उसकी पत्नी के साथ चार बदमाशों ने मारपीट की थी। इसके बाद पत्नी की मौत हो गई थी। चारों बदमाश यहां से पांच हजार रुपये और एक फोन लूट ले गए थे। इसके बाद आरोपी बदमाश एक किलोमीटर दूर स्थित दूसरे डेरे पर पहुंचे।

बदमाशों ने यहां तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुराचार किया और 13 हजार रुपये व जेवरात लूट ले गए। पानीपत पुलिस की सीआईए टीम ने घटना के 13 दिन बाद तीन अक्तूबर को सोनू, जयभगवान और नवीन को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों को सात दिन के रिमांड पर लिया था।

धरे गए आरोपियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस गैंग के सरगना और उसके साथियों की तलाश कर रही थी। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी बड़ौत क्षेत्र के बड़का गांव स्थित एक घर में छिपा है। पुलिस की स्पेशल सेल में शामिल 12 से अधिक पुलिसकर्मी बड़का गांव पहुंचे और मुख्य आरोपी राजू को धर दबोचा।

इस दौरान पुलिस को सामने देख उसने जहर खा लिया, जिसे मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद पुलिस ने बड़का गांव से ही सरगना के साथी नरेंद्र को भी काबू कर लिया, जबकि ज्योति अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।

बताया जा रहा है कि मुख्य सरगना राजू उर्फ राजीव निवासी दुर्गनपुर थाना बुढ़ाना, बड़का गांव निवासी नरेंद्र और ज्योति ने ही पूर्व में धरे गए जयभगवान के साथ मिलकर पानीपत में सामूहिक दुराचार और लूट की वारदात को अंजाम दिया था।

चकमा देकर निगला जहरीला पदार्थ
पुलिस ने जैसे ही आरोपी को पकड़ा, उसने पुलिस को चकमा देकर जहरीला पदार्थ निगल लिया। इसके बाद पुलिस आरोपी को लेकर आनन-फानन नगर के एक निजी अस्पताल पहुंची, लेकिन बाद में आरोपी को सीएचसी पर उपचार के लिए भेज दिया गया। आरोपी की हालत देखते हुए जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन बाद में जिला अस्पताल से भी उसे मेरठ रेफर कर दिया गया।

30 से अधिक वारदातों को दे चुका अंजाम
इस मामले में पुलिस ने सरगना के भाई सोनू, जयभगवान और नवीन को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। उन्होंने बताया था कि राजू गैंग का सरगना है। वह मजदूर बनकर दिन में रेकी करते थे और रात में वारदात को अंजाम देते थे। आरोपी डेरों पर 30 से अधिक वारदात को अंजाम दे चुके हैं, राजू से पूछताछ में कई और घटनाओं का खुलासा हो सकता है।

पुलिस उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में डाली थी डेरा
सरगना राजू को पकड़ने के लिए पानीपत पुलिस पहले दिन से ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में डेरा डाले हुए थी। पुलिस ने इसके साथ दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में भी कई स्थानों पर छापामारी की। पुलिस राजू और नरेंद्र को पकड़ने के बाद उसके प्रमुख साथी ज्योति के ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस का दावा है कि उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पुलिस ने यूपी के बड़ौत के बड़का गांव से राजू और नरेंद्र को गिरफ्तार किया है। एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए भी दबिश दी जा रही है। उसे भी जल्द काबू किया जाएगा। -अजीत सिंह शेखावत, पुलिस अधीक्षक, पानीपत।

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