महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन और उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने कहा है कि अगर लॉकडाउन को लंबी अवधि के लिए बढ़ाया जाता है तो ये आर्थिक हारा-किरी यानी अर्थव्यवस्था के लिए आत्मघाती साबित हो सकता है. वे देश में लॉकडाउन की अवधि को और बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं. आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट से कुछ लगातार ट्वीट कर लिखा कि अगर ज्यादा लंबे समय तक लॉकडाउन बढ़ा तो आर्थिक हारा-किरी का खतरा पैदा हो जाएगा. इकोनॉमी का चलते रहना और आगे बढऩा लोगों की जीविका के लिए इम्यून सिस्टम यानि प्रतिरक्षा तंत्र की तरह होता है. लॉकडाउन से लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. इसका सबसे ज्यादा नुकसान हमारे समाज के निचले तबके को पहुंचता है.
हालांकि उन्होंने लॉकडाउन को पूरी तरह से विफल भी नहीं बताया है और इसके सकारात्मक पहलुओं को उजागर करते हुए एक और ट्वीट में लिखा है कि लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि लॉकडाउन ने मदद नहीं की है. भारत ने अपनी सामूहिक लड़ाई में लाखों संभावित मौतों को टाला है. भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर मृत्यु की दर 1.4 है, जो 35 के वैश्विक औसत और अमेरिका 228 की दर की तुलना में काफी कम है. हमें लॉकडाउन से मेडिकल सेक्टर के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने का भी समय मिला है.
गौरतलब है कि जापान में लड़ाई में हारने वाले योद्धा बंदी बनाए जाने से बचने के लिए अपने ही चाकू को अपने पेट में घोंप कर आत्महत्या कर लेते थे और इस प्रथा को हाराकिरी कहा जाता था. आनंद महिंद्रा ने इस टर्म को अर्थव्यवस्था के लिए संभावित खतरे के रूप में बताते हुए लॉकडाउन को ज्यादा लंबे समय तक बढ़ाए जाने को आत्मघाती बताया है.