इलाहाबाद। योगी सरकार के विधायक इन दिनों अपने कारनामो के लिए सुर्खियाँ बटोरने में लगे हुए है | इलाहाबाद के भाजपा विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी का पुलिस ऑफिसर को डांटते हुए पुलिस को जूते की नोक में रखने के बयान का मामला अभी थमा ही नहीं था की एक और भाजपा विधायक अपने गुस्से की वजह से चर्चा में आ गए है। इस बार मामला है भाजपा के विधायक Sanjay Gupta संजय गुप्ता का जो कौशाम्बी के चायल से भाजपा के विधायक है।
पुलिस द्वारा घर से क्रेन से उठवा लेने से भड़के विधायक Sanjay Gupta
भाजपा विधायक Sanjay Gupta संजय गुप्ता को अपनी बिना नाम वाली कार को पुलिस द्वारा घर से क्रेन से उठवा लेना इस कदर नागवार गुजरा की उन्होंने कार्यवाही करने वाले सब इन्स्पेक्टर को सस्पेंड कराने के बाद भी चैन नहीं लिया है। विधायक जी इस कदर गुस्से में है कि उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी तक इसकी शिकायत कर उस दरोगा का जीना मुश्किल कर दिया है। विधायक जी ने आज इस छोटे से मसले को फैलाने के लिए बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस तक कर डाली।
दरअसल आरोप है की विधायक जी के भतीजे की गाड़ी इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक समीक्षा अधिकारी की बाइक से बैक करते समय टकरा गयी जिसकी शिकायत अधिकारी ने पुलिस को कर दी। पुलिस इंस्पेक्टर एस के निगम ने शिकायत पाने के बाद टक्कर मारने वाली विधायक के भतीजे की उस कार को उनके घर से क्रेन से पब्लिकली उठवा लिया। बस इतनी सी बात विधायक जी को इतनी नागवार गुजरी की उन्होंने अपनी ड्यटी पूरी करने वाले पुलिस इंस्पेक्टर एस के निगम की शिकायत सीएम और डीजीपी तक कर डाली, नतीजा दरोगा सस्पेंड कर दिए गए। अपनी ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों पर जब इस तरह दबाव बनाया जाएगा तब पुलिस का मनोबल कैसे कायम रहेगा।