लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा है कि जैसे सरकार ने 9 वर्षों के बजट में देश के जनमानस के साथ विश्वासघात किया ठीक वैसे ही इस दसवें बजट में भी किया है।
बजट पूरी तरह से आम जनता के हितों पर कुठाराघात और छलावा है- बृजलाल खाबरी
श्री दुबे ने कहा कि इस बजट में भी घोषणाओं, वादों और आश्वासनों कि भरमार है। इस बजट में किसानों, नौजवानों व मध्यम वर्ग के लोगों की पूरी तरह से अनदेखी की गयी है और ये बजट बेरोज़गारी व महंगाई को बढ़ाने वाला है। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों के बजट में किसान की आमदनी 2022 तक दोगुनी करने का का वादा किया जाता था, लेकिन इस बजट में ये नहीं बताया गया कि आमदनी दोगुनी होने कि लिए किसान को और कितने वर्षों तक इंतज़ार करना पड़ेगा।
केन्द्रीय बजट महज सपने जैसा, जिसमें केवल कार्पोरेट जगत को मिलेगा फायदा-अनूप सिंह पटेल
अनिल दुबे ने कहा बजट में ना किसानों की MSP बढ़ी, ना युवाओं को रोजगार मिला, ना किसान की आय दुगनी हुई, ना महंगाई कम हुई, ना हर परिवार को छत मिली, आय किसकी दुगनी हो गई कागजो में पता नही। इसे कहते है मदारी का खेल, पिटारे में कुछ नहीं और जनता को खेल दिखा दिया।