लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने आरोप लगाया है कि चुनाव जीतते जीतते मोदी ‘चुनाव लूटने वाले गिरोह’ के सरगना हो गए. झूठ को मोदी ने सच की तरह बेचा और वोटर ने उसे वादे की तरह खरीदा. सरकार ने पिछले 7 सालों में संघ के साम्प्रदायिक अजेंडे समान आचार संहिता, NRC, CAA, लव जिहाद, ट्रिपल तलाक, गौ मांस और लिंचिंग, कश्मीर, नेशनलिस्ट बनाम देशद्रोही को राष्ट्रवाद के नाम पर खपा दिया. पर काल की कसौटी पर हमेशा ‘सच’ खरा उतरता है और झूठ भरभरा कर गिर जाता है.
वही मोदी के साथ हो रहा है आज सुरक्षित हाथों ने देश को तबाह कर दिया है श्री सिंह ने आरोप लगाया है कि भोली भाली जनता ने मोदी को जिसने वोट दिया, मोदी ने उसे ही लाश बना दिया. पहले अपने गठबंधन की राजनैतिक पार्टियों को और अपने मतदाता को !मौत के तांडव के बीच जब मोदी बड़ी बेशर्मी से दीदी…..दीदी कर नारी अस्मिता का चीरहरण कर रहे थे अपनत्व धारण करने के लिए गृह मंत्री जी बंगाल में गरीबों के घर में भोजन कर रहे थे तब देश में जनता एक एक सांस के लिए दर दर भटक रही थी.
मोदी जब बंगाल को सोनार बंगला बनाने का जुमला बोल रहे थे तब देश कब्रिस्तान में दफ़न और श्मशान में जल रहा था. चुनाव जीतने की होड़ में बंगाल में अट्ठारह ब्यूरोक्रेट्स, 18 कैबिनेट मंत्री, 1500 आईटी सेल के एक्सपर्ट, 42 इलेक्शन कमीशन के अधिकारी , बंगाल के सभी जिले में12 00 rss संगठन के लोग, 700 से लेकर 800 कंपनियां चुनाव जीतने के लिए कार्य कर रहे थे। ऐसे में प्रधानमंत्री को देश की इस महामारी से बचाने के लिए कोई चिंता नहीं थी।
श्री सिंह ने आरोप लगाया है कि देश में संसद का महत्व नहि है ना विधानसभा का महत्व है न कोर्ट का महत्व ना नेताओं का महत्व ना नुमाइंदों का महत्व कुछ भी नहीं है। महत्व है तो सिर्फ और सिर्फ निजी लाभ के लिए सत्ता को हथियाना ।ऐसे में देश के लोगो नहीं दिख रही,विध्वंस नहीं दिख रहा उन्हें लगता है जनता सब भूल जायेगी और मोदी सत्ता में कायम रहेगा. जनता ने फ़ैसला कर लिया है. बंगाल ने ज़मींदोज़ कर मोदी का सूर्यास्त और संविधान का सूर्योदय कर दिया।