Breaking News

बच्चों में ‘अंतर’ रखने में कारगर है ‘अंतरा’, हर साल बढ़ रही अंतरा लगवाने वालों की संख्या

• गर्भनिरोधक के अस्थाई साधनों में बन रहा है पहली पसंद

कानपुर नगर। परिवार में खुशहाली लाने के साथ ही कई शारीरिक परेशानियों से निजात दिलाने में नए अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों की अहम भूमिका है। यही नहीं नए गर्भनिरोधक साधनों में महिलाओं की पहली पसंद बना त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा बच्चों के जन्म में अंतर रखने में बेहद कारगर है। हर तीन माह पर लगने वाले इस इंजेक्शन से शादी के दो साल बाद ही पहले बच्चे की योजना और दो बच्चों के जन्म में तीन साल का अंतर आसानी से रखा जा सकता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक रंजन ने बताया कि जनपद के 414 केंद्रों में अंतरा इंजेक्शन की सुविधा उपलब्ध है। वर्ष 2018 में फरवरी में इसकी शुरुआत जिला महिला अस्पताल से हुई थी। कोरोना काल में भी महिलाओं ने नियमित रूप से अंतरा इंजेक्शन लगवाया। परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ एसके सिंह का कहना है कि बार-बार गर्भपात, अस्पताल के चक्कर लगाने, कमजोर होती सेहत जैसी दिक्कतों से निजात पाने और परिवार में खुशहाली लाने के लिए परिवार नियोजन के नए साधन अपनाने में ही समझदारी है।

इसके लिए वर्तमान में दो नए अस्थायी गर्भनिरोधक साधन अंतरा इंजेक्शन व छाया गोली उपलब्ध हैं। दोनों साधन जहां दो बच्चों के जन्म में अंतर रखने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं वहीं इनके इस्तेमाल से एनीमिया व कैंसर से भी बचाव होता है। इंजेक्शन लगवाने पर आशा एवं लाभार्थी महिला को 100 रुपए प्रति डोज मिलता है। अप्रैल 2022 से दिसंबर 2022 तक 11,897 डोज लगाए जा चुके हैं।

अंतरा पर जताया भरोसा, आज है पूरी तरह से संतुष्ट

दो बच्चों की मां लाभार्थी मीना पिछले पांच सालों से लगातार अंतरा इंजेक्शन लगवा रही है। वह इससे पूरी तरह से संतुष्ट हैं। बताती हैं कि इस अस्थाई साधन ने अनचाहे गर्भ की चिंता से मुक्ति दे दी है। अभी तक किसी किस्म का कोई साइड इफेक्ट भी महसूस नहीं हुआ। अब वह दूसरी महिलाओं को भी इसके प्रति जागरूक करती हैं। एक अन्य लाभार्थी रश्मि पिछले चार सालों से अंतरा इंजेक्शन लगवा रही हैं। पिछले माह ही उन्होंने 16वां डोज लगवाया था। रश्मि बताती हैं कि इस अस्थाई साधन के अच्छे परिणाम हैं। पिछले चार सालों में कोई दिक्कत नहीं हुई। चिकित्सक की सलाह पर अपनाएं गर्भनिरोधक परिवार नियोजन विशेषज्ञ का कहना है कि महिला का शरीर हर महीने गर्भ के विकास के लिए तैयार होता है। यह प्रक्रिया हर माह दोहराई जाती है। अंतरा या छाया अपनाने से पहले चिकित्सक की राय जरूरी है।

वर्ष                                 डोज
2018-19                         851
2019-20-                      4364
2020-21-                      4917
2021-22-                      10007
2022-23(दिसम्बर तक)-   11897

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर 

About Samar Saleel

Check Also

राज्यपाल ने दिए राजभवन परिसर स्थित विद्यालय में सुधारों के निर्देश

लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन परिसर में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण सुधारों ...