चेन्नई। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन Ashwin इन दिनों भारत की वनडे टीम से बाहर चल रहे हैं और यही वजह है कि वो इस समय दक्षिण अफ्रीका में नहीं बल्कि भारत में तमिलनाडु की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी खेल रहे हैं।
दिग्गज स्पिन गेंदबाज Ashwin
भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज Ashwin को लगता है कि दक्षिण अफ्रीका के पहले दो वनडे में युजवेंद्र चहल और कुलदीप की जोड़ी की सफलता की कुंजी वहां के हालातों में खुद को अच्छे से ढालना है।
- कलाइयों के स्पिनर चहल और कुलदीप के आगे दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की डरबन और सेंचुरियन में एक नहीं चली।
- भारत ने छह मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल की।
- अश्विन ने कहा, ‘यह कलाई से स्पिन की बात नहीं है ।
- बल्कि वहां के हालातों से सामंजस्य बैठाने का मामला है।
- जब टी-20 शुरू हो जाएंगे तो स्पिनरों के लिए मुश्किल हो जाएगी।
- अंगुली के स्पिनरों का वर्चस्व दस सालों के लिए होता है।
- जहां तक कलाई के स्पिनरों की बात है ।
- तो उन्होंने अब अच्छा प्रदर्शन करना शुरू किया है।
- लेकिन यह सब काबिलियत पर भी निर्भर करता है।’
- अश्विन भारत की टेस्ट टीम के सदस्य हैं।
- लेकिन वे पिछले साल इंग्लैंड में हुई चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से सीमित प्रारूपों की भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं।
- उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ अपना काम कर सकता हूं।
- मैं इस बारे में नहीं सोचता। यदि मैं अच्छा कर रहा हूं तो मैं खेलूंगा।
- यह मेरा आत्मविश्वास है। मैं कुछ समय के लिए अभ्यास करता हूं ।
- और ये मेरा प्लान आईपीएल व अन्य टूर्नामेंटों के लिए रहता है।
- मैं मैच के दौरान कुछ नया करने की कोशिश कर रहा हूं ।
- जो दबाव में अच्छा काम कर सकता है।
- सच कहूं तो कई लोगों ने मुझसे कहा कि मैं ज्यादातर नई चीजों पर काम करता हूं ।
- लेकिन मैं ज्यादा कोशिश नहीं करता।
- मैच में जिस चीज की मांग रहती है, वहीं करता हूं।’